नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा बहाल
पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा वापस लेकर अगले ही दिन बहाल करने के बाद पंजाब में सुरक्षा मुहैया कराने की नीति पर सवाल उठने लगे हैं। सूबे में कई पूर्व सांसदों को दो सुरक्षा कर्मी दिए गए हैं, मगर सिद्धू को भाजपा का वरिष्ठ नेता होने के नाते और तीन बार सांसद चुने जाने के कारण चार सुरक्षा कर्मी दि
जागरण ब्यूरो, चंडीगढ़। पूर्व सांसद नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा वापस लेकर अगले ही दिन बहाल करने के बाद पंजाब में सुरक्षा मुहैया कराने की नीति पर सवाल उठने लगे हैं। सूबे में कई पूर्व सांसदों को दो सुरक्षा कर्मी दिए गए हैं, मगर सिद्धू को भाजपा का वरिष्ठ नेता होने के नाते और तीन बार सांसद चुने जाने के कारण चार सुरक्षा कर्मी दिए गए थे। इसके पीछे एक बड़ा कारण उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू का प्रदेश सरकार में सीपीएस होना भी है।
राज्य में हर दल के सीनियर नेताओं को सुरक्षा मिली हुई है। इसके पीछे नियम कुछ भी हों, मगर दरअसल सरकार के साथ संबंधों पर भी सुरक्षा निर्भर करती है। अलबत्ता धमकी वाले केस में मामला खुफिया विंग के पास भेजा जाता है, जो धमकी व संबंधित व्यक्ति के कद को देखते हुए अपनी रिपोर्ट देता है। खुफिया विंग की इस रिपोर्ट के आधार पर ही सुरक्षा दी जाती है।
पिछले साल भर में सरकार ने तीन बार सुरक्षा की समीक्षा की है और करीब 3,000 सुरक्षा कर्मी वापस बुलाए गए हैं। हाल ही में जब सिद्धू की सुरक्षा वापस ली गई, तब भी कई लोगों से कुल मिलाकर 400 सुरक्षा कर्मियों को वापस बुलाकर उन्हें किसी और जगह ड्यूटी पर लगाया गया।
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