Move to Jagran APP

मोदीमय हुआ गरबा महोत्सव

'नमो' के स्टीकर वाली टी-शर्ट, कुर्ते और साड़ियों के बाद अब गुजरात में चल रहे गरबा महोत्सव में नरेंद्र मोदी के टैटू की धूम मची है। पुरुष जहां हाथों में तो महिलाएं अपनी पीठ पर नमो के टैटू के साथ गरबा महोत्सव में शरीक हो रही हैं। बता दें कि वर्ष 2007 में मोदी के मुखौटे लोगों ने खूब पसंद किए थे। इस चलन क

By Edited By: Published: Thu, 10 Oct 2013 12:34 AM (IST)Updated: Thu, 10 Oct 2013 05:22 AM (IST)
मोदीमय हुआ गरबा महोत्सव

अहमदाबाद। 'नमो' के स्टीकर वाली टी-शर्ट, कुर्ते और साड़ियों के बाद अब गुजरात में चल रहे गरबा महोत्सव में नरेंद्र मोदी के टैटू की धूम मची है। पुरुष जहां हाथों में तो महिलाएं अपनी पीठ पर नमो के टैटू के साथ गरबा महोत्सव में शरीक हो रही हैं। बता दें कि वर्ष 2007 में मोदी के मुखौटे लोगों ने खूब पसंद किए थे। इस चलन को भुनाते हुए भाजपा ने पटना में गुजरात के मुख्यमंत्री की रैली से पहले सूरत से 'नमो' के स्टीकर वाले कुर्ते और साड़ियों के ऑर्डर दिए हैं।

loksabha election banner

पढ़ें : गूगल सर्च में भी नरेंद्र मोदी पड़े राहुल गांधी पर भारी

अहमदाबाद में गरबा आयोजनों में पुरुषों के हाथों में नरेंद्र मोदी नाम के अस्थाई टैटू नजर आ रहे हैं, वहीं महिलाओं को खुली पीठ वाली चोली और बल्ब वाले लहंगों में देखा जा सकता है। अपनी पीठ पर मोदी टैटू बनवाने वाली शालिनी सक्सेना ने बताया कि गरबा का मतलब है कि नौ दिवसीय उत्सव के दौरान कुछ नया हो। इस बार लड़कियों की पसंद बैकलेस चोली तो है ही, वह अपनी पीठ पर टैटू भी बनवा रही हैं। टैटू के वैसे तो कई डिजाइन हैं लेकिन गरबा के दौरान नरेंद्र मोदी टैटू का नया चलन नजर आ रहा है। इस बार गरबा आयोजनों में बल्ब वाले लहंगे खास आकर्षण बने हुए हैं। मेगा स्टार अमिताभ बच्चन ने सबसे पहले 'याराना' फिल्म के गाने 'सारा जमाना..' में बल्ब वाली ड्रेस पहनी थी। शायद इसी से प्रेरित होकर इस बार बल्ब वाले लहंगे बाजार में हैं और इन्हें खरीदने में महिलाएं भी पीछे नहीं हैं।

इन लहंगों की किनारी पर और बीच-बीच में नियोन बल्ब लगे हैं। लहंगे के निचले हिस्से में बल्ब की सघनता अधिक है। बैटरियां लहंगों के चौड़े भाग के अंदर छिपी हैं और रिमोट कंट्रोल से लाइट जलाई जाती है। गरबा में ऐसा ही एक लहंगा पहनने वाली नूपुर पटेल ने बताया कि यह चलन इसी साल उभरा है। गरबा जीवंतता और समृद्धि का प्रतीक है और बल्ब वाली ड्रेस यही बताती है। मैंने अपनी बेटी और अपने लिए ऐसे ही लहंगे 9,000 रुपये में खरीदे हैं। इस बार गरबा में बेली और एयरोबिक्स नृत्य को भी समाहित किया गया है। एक डांस ग्रुप का संचालन करने वाली सीमा ने बताया कि कई नृत्य स्कूलों में गरबे के इस नए रूप को सिखाया जा रहा है।

गरबा की गाथा

गरबा गुजरात और राजस्थान में प्रचलित एक लोकनृत्य है, जिसका मूल उद्गम गुजरात है। आजकल इसे आधुनिक नृत्यकला में स्थान प्राप्त हो गया है। नवरात्र की पहली रात्रि को गरबा की स्थापना होती है। भारत के इस सबसे बड़े नृत्य महोत्सव में पुरुष और महिलाएं मिलकर देवी अंबा की प्रतिमा के समक्ष घेरा बनाकर नृत्य करते हैं।

बालीवुड भी मुरीद

गरबा नृत्य का बालीवुड भी मुरीद रहा है। 'घूंघट में चांद होगा', 'ढोल बाजे', 'हे शुभारंभ' सहित कई सुपरहिट गानों में गरबा नृत्य का इस्तेमाल हुआ। इसके अलावा आगामी फिल्म 'रामलीला' में भी दीपिका पादुकोण का गरबा नृत्य अभी से चर्चा में है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.