आतंकी बुरहान की मां को अपने बेटे की हरकत पर शर्म नहीं फक्र है
बुरहान वानी की मां जिसे अपने बेटे की हरकत पर शर्मिंदा होना चाहिए, उसे अपने बेटे की मौत पर गर्व है। वो इसे शहादत कहती हैं।
नई दिल्ली। हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से कश्मीर जल रहा है। अलग-अलग हिंसा में अबतक 30 लोगों की मौत हो चुकी है। कई इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है मगर उपद्रवी फिर भी घरों से बाहर निकलकर सेना और सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी कर रहे हैं। दूसरी तरफ त्राल में बुरहान वानी के घर लोगों का आना जाना लगा हुआ है।
बुरहान वानी की मां जिसे अपने बेटे की हरकत पर शर्मिंदा होना चाहिए, उसे अपने बेटे की मौत पर गर्व है। वो इसे शहादत कहती हैं। बुरहान वानी की मौत पर उसकी मां का कहना है कि 'मेरा दूसरा बेटा भी इस्लाम की राह पर शहीद हुआ है, मुझसे ज्यादा खुशनसीब मां और कौन होगी, बुरहान कश्मीर में इस्लामी निजाम कायम करने के लिए लड़ रहा था और वो काफिरों से लड़ते हुए मारा गया'। दूसरी तरफ बुरहान वानी के पिता मुजफ्फ वानी फक्र के साथ कहते हैं कि 'आतंकी की उम्र 7 साल ही होती है और उन्हें फक्र है कि उनका बेटा 6 साल तक जिंदा रहा।'
बुरहान वानी की कब्र
गौरतलब है कि शुक्रवार देर रात हुए एनकाउंटर के बाद शनिवार करीब 3 बजे बुरहान की लाश को उसके परिवार को सौंप दिया गया। बताया जाता है कि उस वक्त भी उसके घर पर सैंकड़ो लोगों की भीड़ थी जो कश्मीर की आजादी के नारे लगा रहे थे। सुबह करीब 6 बजे बुरहान की लाश को ईदगाह ले जाया गया जहां नमाज-ए-जनाजा पढ़ी गई। सुबह करीब नौ बजे तक आस पास के इलाकों, पुलवामा, अनंतनाग, बिजबिहाड़ा, अवंतीपोरा से सैंकड़ो लोग उसके जनाजे में शामिल होने पहुंच चुके थे। बुरहान वानी के जनाजे में इतने लोग शामिल हुए थे कि बारी बारी से करीब 40 बार जनाजे की रस्म अदा की गई। इस बीच लगातार मस्जिदों से कश्मीर की आजादी के गीत चल रहे हैं जिनके बोल हैं
‘खुदा के दीन के लिए, ये सरफरोश चल पड़े
सबी लोना, सबी लोना, अल जेहादो अल जेहाद
ये दुश्मनों की गर्दनें उड़ाने आज चल पड़े
किसी में इतना दम कहां कि इनके आगे डट सके’
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