पहले प्रयाग आएगा महामना का भारतरत्न, फिर बीएचयू
महामना मदनमोहन मालवीय को मरणोपरांत मिलने वाला भारत रत्न पहले प्रयाग लाया जाएगा फिर यह बीएचयू की शोभा बढ़ाएगा। महामना की पौत्रवधू सरस्वती मालवीय ने शुक्रवार को दिल्ली रवाना होने से पूर्व यह जानकारी दी। देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान को लेकर मालवीय परिवार से जुड़े लोग गदगद हैं।
इलाहाबाद [जासं]। महामना मदनमोहन मालवीय को मरणोपरांत मिलने वाला भारत रत्न पहले प्रयाग लाया जाएगा फिर यह बीएचयू की शोभा बढ़ाएगा। महामना की पौत्रवधू सरस्वती मालवीय ने शुक्रवार को दिल्ली रवाना होने से पूर्व यह जानकारी दी। देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान को लेकर मालवीय परिवार से जुड़े लोग गदगद हैं।
92 वर्षीय सरस्वती मालवीय बोलीं, 'काफी प्रसन्न हूं। पूरे परिवार में खुशी है। इस लम्हे को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। भगवान ने मुझे इस सम्मान के लिए अब तक जिंदा रखा इसके लिए उन्हें भी शुक्रिया।' महामना की पौत्रवधू ने जागरण से बातचीत में कहा कि पहले प्रयाग वासियों को यह सम्मान दिखाऊंगी फिर बीएचयू को सौंप दूंगी, जहां महामना के सारी स्मृतियां रखी गई हैं। देश-दुनिया के विद्यार्थी वहां इस सम्मान को देखकर प्रेरणा लेंगे।
समारोह में रहेंगे दोनों बेटे
राष्ट्रपति भवन में 30 मार्च को जब महामना मदन मोहन मालवीय को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मरणोपरांत देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान करेंगे तब महामना की पौत्रवधू के साथ उनके जुड़वा पुत्र प्रदीप मालवीय और डा. राजू मालवीय भी साथ होंगे।
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