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सर्दी में भी ठंडा नहीं पड़ा मतदान

आतंक व नक्सलवाद से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर और झारखंड में रविवार को चौथे चरण के मतदान में मौसम ने लोकतंत्र की कड़ी परीक्षा ली। सर्द मौसम में भी मतदाताओं का जोश ठंडा नहीं पड़ा और लगातार गिरते पारे के बीच जम्मू-कश्मीर में 49 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Sun, 14 Dec 2014 07:18 AM (IST)Updated: Mon, 15 Dec 2014 03:13 AM (IST)
सर्दी में भी ठंडा नहीं पड़ा मतदान

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। आतंक व नक्सलवाद से जूझ रहे जम्मू-कश्मीर और झारखंड में रविवार को चौथे चरण के मतदान में मौसम ने लोकतंत्र की कड़ी परीक्षा ली। सर्द मौसम में भी मतदाताओं का जोश ठंडा नहीं पड़ा और लगातार गिरते पारे के बीच जम्मू-कश्मीर में 49 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यहां 18 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए। झारखंड में भी रविवार को मौसम बेरहम बन गया, लेकिन सर्द हवा और बूंदाबांदी के बीच 61.65 प्रतिशत लोगों ने 15 सीटों के लिए वोट डाले। दोनों ही प्रदेशों में मतदान शांतिपूर्ण रहा।

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पिछले तीन चरणों में रिकॉर्ड मतदान कराने वाले जम्मू-कश्मीर में चौथे चरण की वोटिंग खतरनाक मौसम में हुई। ऊंची जगहों पर गिरती बर्फ और मैदानों की बारिश ने तापमान काफी नीचे पहुंचा दिया। बावजूद इसके मतदाताओं में जोश बना रहा। सर्द हवाओं के बीच लोग फिरन (गर्म कपड़े) पहन व जलती कांगड़ी के साथ बूथ तक पहुंचे। प्रदेश के चार जिलों श्रीनगर, अनंतनाग, सोपिया व सांबा जिले की 18 सीटों पर वोट डाले गए। यहां पिछले तीन चरणों में क्रमश: 71, 72 और 59 प्रतिशत वोट डाले गए थे। चौथे चरण में सबसे ज्यादा वोटिंग सांबा जिले के नरुला में 80.17 फीसद रही, जबकि श्रीनगर के हब्बाकादल में सबसे कम 21.01 प्रतिशत वोट पड़े। सोपिया से भाजपा प्रत्याशी जावेद अहमद कादरी के खिलाफ हथियार दिखाकर धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है।

इसके अलावा झारखंड में भी काले बादलों व बूंदाबांदी से दिन में ही रात जैसा अंधेरा हो गया। कई जगह पेट्रोमैक्स की रोशनी में वोट डाले गए। यहां 15 सीटों पर 61.65 फीसद वोट पड़े, जबकि सोमवार को अंतिम रिपोर्ट मिलने के बाद इसमें दो से तीन फीसद की वृद्धि होने की भी संभावना है। प्रदेश के चंदनक्यारी में सबसे ज्यादा 71.28 फीसद वोटिंग हुई, जबकि बोकारो 51.11 प्रतिशत मतदान के साथ सबसे पीछे रहा। यहां पिछले तीन चरणों में क्रमश: 62, 66 और 61 प्रतिशत वोटिंग हुई है।

ईवीएम में कैद दिग्गजों का भाग्य

दोनों ही प्रदेशों के कई दिग्गज नेताओं का भविष्य चौथे चरण के मतदान के साथ ही ईवीएम में कैद हो गया। जम्मू-कश्मीर में जहां सोनवार विस क्षेत्र से मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और अनंतनाग से पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद भाग्य आजमा रहे हैं। तो, झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, मंत्री मन्नान मल्लिक सहित दिग्गज मैदान में हैं।

20 दिसंबर को अंतिम चरण

दोनों ही प्रदेशों में पांचवें और अंतिम चरण का मतदान 20 दिसंबर को होगा। इस दौरान जम्मू-कश्मीर की 20 सीटों पर वोट डाले जाएंगे तो झारखंड में 16 विधानसभा सीटों का फैसला होगा। 23 दिसंबर को दोनों राज्यों में मतगणना की जाएगी।

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