चेन्नई में वकीलों का प्रदर्शन, अधिवक्ता एक्ट में संशोधन को वापस लेने की मांग
चेन्नई में आज कई जगहों पर वकीलों ने प्रदर्शन किया। वकीलों ने बीसीआई की कार्रवाई अधिवक्ता अधिनियम नियमों में हाल में किए गए संशोधनों को वापस लेने की मांग की।
चेन्नई, (पीटीआई)। मद्रास हाईकोर्ट के बाहर आज सैकड़ों वकीलों ने प्रदर्शन किया। वकीलों ने बीसीआई की कार्रवाई अधिवक्ता अधिनियम नियमों में हाल में किए गए संशोधनों को वापस लेने की मांग की है। साथ ही उन्होंने 126 वकीलों के निलंबन को रद करने की मांग की है।
इससे पहले रविवार को बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने तमिलनाडु के 126 वकीलों को निलंबित कर दिया। इसके साथ ही बीसीआई ने इन वकीलों पर किसी भी अदालत या न्यायाधिकरण में वकालत करने पर रोक लगा दी है।
गौरतलब है कि बार काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से चेतावनी जारी की गई थी कि यदि राज्य के वकील बहिष्कार और अन्य गतिविधि में शामिल होंगे उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा। बीसीआई की चेतावनी के बावजूद सोमवार को हाईकोर्ट और निचली अदालतों के सामने धरना दिए जाने की घोषणा की गई थी।
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जिन लोगों को निलंबित किया गया है, उनमें जेएसी के मुख्य समन्वयक पी. तिरमलाईराजन, तमिलनाडु एवं पुडुचेरी बार काउंसिल के पूर्व सदस्य एम. वेलमुरगन, मद्रास हाईकोर्ट अधिवक्ता संघ के सचिव अरिवाझगन, महिला वकील संघ की अध्यक्ष नलिनी और एगमोर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंदन बाबू शामिल हैं।
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