उपचुनाव: लालू-नीतीश भाजपा पर भारी
लोकसभा चुनाव में भाजपा को आशा से बढ़कर मिली सफलता ने उसके प्रदर्शन के प्रति अपेक्षा को भी बढ़ा दिया है। उत्तराखंड के उपचुनाव में झटका खाने वाली भाजपा को बिहार में कड़ा मुकाबला झेलना पड़ा है। राजद-जदयू-कांग्रेस गठबंधन ने विधानसभा की दस सीटों में से छह पर कब्जा करके संकेत दे दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वहां पर संयुक्त मोर्चाबंदी झेलनी पड़ेगी। भाजपा ने वहां पर चार सीट जीती हैं। दो सीटों का उसे नुकसान हुआ है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आशा से बढ़कर मिली सफलता ने उसके प्रदर्शन के प्रति अपेक्षा को भी बढ़ा दिया है। उत्तराखंड के उपचुनाव में झटका खाने वाली भाजपा को बिहार में कड़ा मुकाबला झेलना पड़ा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद)-जनता दल यूनाइटेड (जदयू) कांग्रेस गठबंधन ने विधानसभा की दस सीटों में से छह पर कब्जा करके संकेत दे दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को वहां पर संयुक्त मोर्चाबंदी झेलनी पड़ेगी। भाजपा ने वहां पर चार सीट जीती हैं। दो सीटों का उसे नुकसान हुआ है।
भाजपा ने इस उपचुनाव में जिन चार सीटों पर सफलता हासिल की है, वे हैं- नरकटियागंज, हाजीपुर, बांका और मोहनिया। जबकि लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद ने राजनगर, छपरा और मोहिउद्दीननगर सीटें जीती हैं। जदयू के हिस्से में जाले और परबत्ता सीट जबकि कांग्रेस ने भाजपा के कब्जे वाली भागलपुर सीट पर जीत हासिल की है। उपचुनाव में भाजपा ने जहां अपनी कब्जे वाली छपरा, मोहिउद्दीननगर, जाले और भागलपुर खोई हैं, वहीं उसने राजद से बांका और जदयू से मोहनिया सीट छीनी हैं।
नरेंद्र मोदी की लहर पर सवार होकर भाजपा ने तीन महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में गठबंधन सहयोगी रामविलास पासवान की लोजपा व उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के साथ बिहार की 40 में से 31 सीटें जीती थीं। छपरा से रंधीर सिंह (राजद), राजनगर से रामावतार पासवान (राजद), मोहिउद्दीननगर से अजय कुमार बुल्गानिन (राजद) विजयी हुए हैं। तो जाले से जदयू के ऋषि मिश्र व परबत्ता से इसी दल के आरएन सिंह जीते हैं। भागलपुर से कांग्रेस के अजीत शर्मा ने जीत हासिल की है। भाजपा के अवधेश सिंह (हाजीपुर), निरंजन राम (मोहनिया), राम नारायण मंडल (बांका) और रश्मि वर्मा (नरकटियागंज) से चुनाव जीती हैं।
कैप्टन की सीट परनीत ने रखी बरकरार:
पंजाब में पटियाला विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपना कब्जा बरकरार रखा है। इस सीट पर पूर्व विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर निर्वाचित हुईं हैं। उनके पति सांसद कैप्टन अमरिंदर सिंह के विधायक पद से इस्तीफा देने के चलते यह सीट खाली हुई थी। परनीत कौर ने 23,282 वोटों के अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के भगवान दास जुनेजा को हराया। वहीं, तलवंडी साबो सीट पर शिअद उम्मीदवार जीत मोहिंदर सिद्धू ने विजय हासिल की। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के हरमिंदर सिंह जस्सी को पराजित किया। इधर, आम आदमी पार्टी का तीन माह में ही जनाधार खिसक गया है। पटियाला सीट पर 'आप' के वोट करीब 30 हजार नीचे आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में पटियाला सीट से आम आदमी पार्टी के डॉ. धर्मवीर गांधी सांसद चुने गए थे।
मप्र में कांग्रेस ने छीनी भाजपा की सीट:
मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने जीत का सिलसिला जारी रखते हुए दो सीटों पर जीत दर्ज की वहीं कांग्रेस ने भाजपा से एक सीट छीन ली। कटनी जिले की दो विधानसभा सीटों में से विजयराघवगढ़ से भाजपा के संजय पाठक ने कांग्रेस प्रत्याशी विजेंद्र मिश्रा को 53,397 मतों से हरा दिया है। इसी प्रकार से विधानसभा क्षेत्र आगर से भाजपा प्रत्याशी गोपाल परमार 27 हजार 702 मतों से विजयी हुए। उन्हें 78 हजार 178 और कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार गौरे को 50 हजार 476 मत प्राप्त हुए। कटनी जिले की बहोरीबंद विधानसभा सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली है। यहां कांग्रेस के सौरभ सिंह ने भाजपा के प्रणय पांडे को लगभग आठ हजार वोटों से पराजित कर दिया है। सौरभ सिंह चुनाव से पूर्व बसपा से कांग्रेस में आए थे।
कर्नाटक में कांग्रेस को दो और भाजपा को एक:
कर्नाटक में तीन विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के खाते में एक सीट आई है। बेल्लारी में कांग्रेस उम्मीदवार एनवाई गोपालकृष्णा ने भाजपा के ओबालेश को 33,104 वोटों से हरा दिया। चिकोदी सादग्ला में कांग्रेस के गणेश हक्केरी ने भाजपा के केएम मल्लिकार्जुन को 31,820 वोटों से पराजित किया है। जबकि शिकारीपुरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के बीवाई राघवेंद्र ने कांग्रेस के एचएस शांथवीरप्पा को साढ़े छह हजार मतों के अंतर से हराकर पार्टी का कब्जा बरकरार रखा। पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा ने सांसद बनने के बाद इस सीट से त्यागपत्र दिया था।
'हमने उपचुनाव में गठबंधन का जो प्रयोग किया, जनता ने उसे स्वीकार किया। हमें भविष्य के लिए अब ज्यादा करने की जरूरत है।'
- नीतीश कुमार, जदयू नेता
'हम जनता का फैसला स्वीकार करते हैं। हम अपने कार्यो की समीक्षा करेंगे और विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ जनता के बीच जाएंगे।'
- सुशील कुमार मोदी, बिहार भाजपा नेता