जानिए, क्यों पाकिस्तान ने सीमा पर अपने वायुसेना बेस को किया अलर्ट
पाकिस्तान की सभी अग्रिम वायुसेना चौकी (पीएएफ) को पूरी तरह से ऑपरेशनल कर दिया गया है।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। जम्मू कश्मीर में सीमा पर भारतीय सेना की तरफ से पाकिस्तान की चौकियों पर किए गए हमले का वीडियो जारी करने के एक दिन बाद पाकिस्तान वायुसेना की तरफ से एक लड़ाकू विमान ने उड़ान भरी जो सियाचिन ग्लेशियर से ज्यादा दूर नहीं था। इसके साथ ही पाकिस्तान की ओर से एक वीडियो जारी करते हुए यह दावा किया गया कि पाक सेना के जवानों ने भी सीमा पार हमले कर भारत को काफी नुकसान पहुंचाया है।
हालांकि, नई दिल्ली ने इस बात से पूरी तरह इनकार किया कि पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन किया है। इसके साथ ही, पाकिस्तान की तरफ से जारी किए गए वीडियो को भी भारत ने फर्जी करार दिया है।
पाकिस्तानी वायुसेना की गीदड़भभकी
रेडियो पाकिस्तान ने अपनी ख़बर में बताया कि वायुसेना प्रमुख सोहेल अमन ने कहा है कि पाकिस्तान की तरफ से भारत के किसी भी अतिक्रमण की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। ख़बर में आगे कहा गया कि वायुसेना प्रमुख सोहेल ये बातें स्कर्दू में कादरी एयरबेस पर कही और मिराज फाइटर प्लेन से उड़ान भी भरी।
जबकि, पाकिस्तान के समा टीवी के मुताबिक, पाकिस्तान की सभी अग्रिम वायुसेना चौकियों (पीएएफ) को पूरी तरह से ऑपरेशनल कर दिया गया है। जब से स्कर्दू में वायुसेना का अभ्यास शुरु किया गया यहां पर मिराज फाइटर जेट को भी इसका हिस्सा बनाया गया है।
भारतीय सेना के वीडियो के जवाब में पाक का फर्जी वीडियो
इस्लामाबाद से समाचार एजेंसी पीटीआई ने ख़बर देते हुए बताया कि पाकिस्तानी सेना की तरफ से जो वीडियो जारी किया गया है उसमें यह दिखाया गया है कि नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सेना की चौकियों पर भारी गोलीबारी करते हुए उसे काफी नुकसान पहुंचाया गया है। दरअसल, वह भारतीय सेना की तरफ से एक दिन पहले जारी किए गए वीडियो का जवाब है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने वीडियो के साथ एक विस्तृत बयान सेना के फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है।
सेना के जवान पर हमले के बाद भारत ने की थी कार्रवाई
गौरतलब है कि भारतीय सुरक्षा दल के जवानों पर पाकिस्तानी हमले और उनके शव को क्षत-विक्षत करने के आठ दिन बाद भारतीय सेना की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया जिसे 9 मई को शूट किया गया था। इस वीडियो में दिखाया गया कि भारतीय सेना की ओर से सीमा पार पाकिस्तान की चौकियों पर 84 एमएम के रॉकेट लाउंचर्स, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों से हमले कर उन्हें तबाह कर दिया गया।
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इसके बाद, भारतीय सेना के जवानों की तरफ से कहा गया कि वीडियो में जो दिखाया गया है ऐसी एक नहीं बल्कि कई कार्रवाई की गई और यह वीडियो सीमा पर सेना की ओर से नियमित की जा रही कार्रवाई का एक हिस्सा है। एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पब्लिक इन्फॉर्मेशन, मेजर जनरल अशोक नरूला ने कहा- “बर्फ के पिघलते ही घुसपैठ की घटनाएं और बढ़ेंगी। नौगाम में हुए ऑपरेशन जहां 20-21 मई को चार के घुसपैठ के मंसूबों नाकाम कर दिया गया ये बात से उदाहरण हैं। ऐसे में और ज्यादा आतंकवाद निरोधी अभियान को सक्रिय रखने की जरूरत है।”
उड़ी हमले के बाद बढ़े संघर्षविराम उल्लंघन के मामले
भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर साल 2003 के नवंबर से संघर्ष विराम चल रहा था जो मोटे तौर पर साल 2015 तक कायम रहा। लेकिन, उड़ी में सेना की छावनी पर पिछले साल सितंबर में हुए आतंकी हमले में जिसमें 19 जवान शहीद हो गए और उसके बाद भारतीय सेना की तरफ से सीमा पार कर सर्जिकल स्ट्राइक की कार्रवाई की गई। इस घटना के बाद से सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले काफी बढ़े हैं और दोनों तरफ से एक दूसरे को निशाना बनाकर लगातार गोले दागे जा रहे हैं।
और बढ़ सकता है तनाव
रक्षा विशेषज्ञ और रिटायर्ड विंग कमांडर प्रफुल्ल बख्शी ने जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत में बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच माहौल में पहले से ही तनाव है। ऐसे में इस तरह की बयानबाजी से और तनाव बढ़ेगा। बख्शी ने कहा कि इस वक्त पाकिस्तानी सेना बौखलाई हुई है यही वजह है कि इस तरह के बयान दे रही है। हालांकि, बख्शी का मानना है कि पाक वायुसेना प्रमुख का यह नियमित निरीक्षण है। उन्होंने आगे कहा कि हर देश का वायुसेना प्रमुख एयरफोर्स बेस चीफ फाइटर होता है। ऐसे में पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख का वहां उड़ान भरना कोई अचंभे वाली बात नहीं है। पाकिस्तान ने अपने बेस को एक्टिवेट किया है और उनके वायुसेना प्रमुख वहां पर जाते रहते हैं।
सीमा पर कभी कम कभी बढ़ जाता है तनाव
रिटायर्ड एयर वाइस मार्शल कपिल काक ने जगरण से विशेष बातचीत में बताया कि भारत-पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास कभी तनाव काफी बढ़ जाता है तो काफी कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि रमजान के महीने को देखते हुए सेना के जवानों को यह खास सलाह दी गई है कि जब तक अति आवश्यक ना हो और अपनी रक्षा पर बात ना आए वह किसी तरह की कार्रवाई से बचे।
कपिल काक ने आगे कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना प्रमुख की तरफ से इस तरह का बयान इसलिए दिया गया है क्योंकि पिछले दिनों इंडियन एयर चीफ की तरफ से शॉर्ट नोटिस पर वॉर के लिए तैयार रहने के निर्देश सभी वायुसेना अधिकारियों को चिट्ठी लिखकर दिए गए थे। यह कारण है कि पाकिस्तान की तरफ से आनन फानन में ऐसा किया गया है।
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