जानिए! कुछ बड़े रेल धमाकों से कैसे दहला देश?
चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर खड़ी बेंगलुरु गुवाहाटी एक्सप्रेस में गुरुवार सुबह 7.30 बजे दो बम धमाके हुए। इन धमाकों में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य लोग घायल हो गए हैं। धमाके की जांच हो रही है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी ट्रेन में बम धमाका हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसे ट्रेन धमाकों की खबर आई है।
नई दिल्ली। चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर खड़ी बेंगलुरु गुवाहाटी एक्सप्रेस में गुरुवार सुबह 7.30 बजे दो बम धमाके हुए। इन धमाकों में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य लोग घायल हो गए हैं। धमाके की जांच हो रही है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी ट्रेन में बम धमाका हुआ है। इससे पहले भी कई बार ऐसे ट्रेन धमाकों की खबर आई है। आइए हम आपको पिछले कुछ सालों में देश में हुए कुछ बड़े रेल धमाके और रेलवे स्टेशन के आस-पास हुए धमाकों से रू-ब-रू कराते हैं..
साल 2000 से अब तक देश में हुए कुछ बड़े रेल धमाके
2 दिसंबर, 2002 : मुंबई के घाटकोपर रेलवे स्टेशन के बाहर धमाका हुआ, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और 31 घायल हुए।
6 दिसंबर, 2002 : बॉम्बे सेंट्रल रेलवे स्टेशन के बाहर धमाका हुआ, जिसमें 25 लोग घायल हुए। यह बम एयरकंडीशन्ड में प्लांट किया गया था।
13 मार्च,2003 : मुंबई की लोकल ट्रेन में धमाका, 13 लोगों की मौत।
27 जनवरी, 2003 : विले पार्ले रेलवे स्टेशन के बाहर एक साइकिल में बम धमाका किया गया। इस धमाके में 30 लोग घायल हुए।
13 मार्च, 2003 : मुलुंड रेलवे स्टेशन पर पहुंची लोकल ट्रेन के लेडीज डिब्बे में जबरदस्त धमाका हुआ, जिसमें 11 लोग मारे गए और 65 घायल हुए।
11 जुलाई, 2006 : मुंबई में ट्रेन में सिलसिलेवार सात धमाके हुए हैं,180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। शक की सुई फिर इस्लामिक उग्रवादियों पर गई।
11 जुलाई,2006 : मुंबई में लोकल ट्रेनों में सात जगहों पर सात विस्फोटों में 181 लोगों की मौत।
फरवरी, 2007 : भारत से पाकिस्तान जाने वाली ट्रेन समझौता एक्सप्रेस में धमाका हुआ, जिसमें 66 लोग मारे गये। मारे गए लोगों में अधिकांश पाकिस्तानी थे।
असम में 2 दिसंबर, 2008, मंगलवार सुबह 7 बजकर 50 मिनट पर गुवाहाटी से तिनसुकिया जा रही पैसेंजर ट्रेन में हुए धमाके में तीन लोग मारे गए और 30 अन्य घायल हो गए।