पटनायक के बाद जयललिता के रुख से बढ़ा राजग का उत्साह
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राज्यसभा में बीजद के साथ-साथ अन्नाद्रमुक भी मोदी सरकार का समर्थन करेगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तर्ज पर ही मंगलवार को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सकारात्मक संबंध का संकेत दे दिया। यह तय माना जा रहा है कि राजग में शामिल हुए बगैर भी दोनों दल एक वृहत राजग के हिस्से के रूप में देखे जा सकते हैं।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राज्यसभा में बीजद के साथ-साथ अन्नाद्रमुक भी मोदी सरकार का समर्थन करेगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तर्ज पर ही मंगलवार को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद सकारात्मक संबंध का संकेत दे दिया। यह तय माना जा रहा है कि राजग में शामिल हुए बगैर भी दोनों दल एक वृहत राजग के हिस्से के रूप में देखे जा सकते हैं। पटनायक के बाद अम्मा [जयललिता] के इस रुख ने राजग का उत्साह बढ़ा दिया है।
मोदी प्रशंसक रहीं जयललिता ने मंगलवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात की। तकरीबन 50 मिनट लंबी चली बैठक में उन्होंने राज्य की समस्याओं से मोदी को अवगत कराया और मदद मांगी। बाहर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने नमो की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह खुद मुख्यमंत्री रह चुके हैं और राज्यों की जरूरतें जानते हैं। पूरी उम्मीद है कि वह सहयोग करेंगे। राजग में शामिल होने के किसी प्रस्ताव से तो उन्होंने इन्कार किया। लेकिन राज्यसभा में समर्थन की बात पूछे जाने पर कहा कि 'इसकी जरूरत होगी तो सोचेंगे।' ध्यान रहे कि सोमवार को नवीन पटनायक ने भी केंद्र के साथ अच्छे संबंध बनाने की बात कही थी।
इन दोनों दलों के समर्थन से 245 सदस्यों वाले राज्यसभा में राजग तकरीबन 80 के आंकड़े तक पहुंच जाएगा। बताते हैं कि सपा समेत कई अन्य दलों की ओर से भी अनौपचारिक रूप से समर्थन का भरोसा दिलाया गया है। ऐसे में कांग्रेस के विरोध के बावजूद राजग के लिए विधेयकों को पार लगाना बहुत मुश्किल नहीं होगा।
वैसे भी राजग को भरोसा है कि अधिकतर विधेयकों का विरोध नहीं होगा। कुछ संशोधनों को लेकर जरूर दबाव बनाने की कोशिश हो सकती है। राज्यसभा में अपने समर्थन का आधार बढ़ाकर राजग की ओर से इसी दबाव से बचने की कोशिश होगी।