Move to Jagran APP

देसी ड्रोन करेगा सीमा की निगहबानी

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर नियंत्रित ऐसा मानव रहित छोटा एयरक्राफ्ट (ड्रोन) बनाने में सफलता पाई है जो सीमा की तो निगहबानी करेगा ही, दंगा नियंत्रण में भी प्रशासन का सहयोग करेगा। उसके सफल परीक्षण से वैज्ञानिक उत्साहित हैं। आइआइटी कानपुर को यह प्रोजेक्ट इस साल 14

By Edited By: Published: Mon, 18 Aug 2014 08:40 AM (IST)Updated: Mon, 18 Aug 2014 09:14 AM (IST)

कानपुर, [डा. सुरेश अवस्थी]। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर नियंत्रित ऐसा मानव रहित छोटा एयरक्राफ्ट (ड्रोन) बनाने में सफलता पाई है जो सीमा की तो निगहबानी करेगा ही, दंगा नियंत्रण में भी प्रशासन का सहयोग करेगा। उसके सफल परीक्षण से वैज्ञानिक उत्साहित हैं। आइआइटी कानपुर को यह प्रोजेक्ट इस साल 14 जनवरी को मिला था और उसने एयरक्राफ्ट का प्रोटोटाइप तैयार करके अगस्त के पहले सप्ताह में सफलतापूर्वक परीक्षण भी कर लिया। एयरोस्पेस इंजीनियर प्रो. एके घोष के नेतृत्व में इंडस्ट्रीयल मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. दीपू फिलिप व उनकी टीम ने आइआइटी व प्रभु गोयल फाउंडेशन के आर्थिक सहयोग से इसका सफल परीक्षण किया।

loksabha election banner

विमान की खासियत

यान में शक्तिशाली वीडियो कैमरा है जो नियंत्रण कक्ष में पूरे क्षेत्र की वीडियो फिल्म भेजता है। कार पर रख कर कहीं भी ले जा सकने वाले इस क्राफ्ट को निश्चित समय बाद वापस बुलाया जा सकता है। यह अपने उड़ान क्षेत्र को पूरी तरह से कवर करता है। हालांकि ऐसे लघु एयरक्राफ्ट अमेरिका में बनाए जा चुके हैं परंतु भारत में यह पहला अवसर था, जब सफलता पूर्वक ऐसे ड्रोन का परीक्षण हुआ।

यहां भी हो सकता है उपयोग

यह विमान सीमा पर तीन किमी की परिधि में घुसपैठ की तस्वीरें भेज सकेगा। नक्सलियों व आतंकियों के अड्डों को लक्ष्य किया जाए तो उनकी गतिविधियों को कैद कर सकेगा। फसलों की स्थिति की जानकारी मिलेगी। जुलूस, भीड़ आदि की निगरानी की जा सकती है।

प्रोफाइल

* 3.3 मीटर है लंबाई।

* 1000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।

* 93.6 किमी प्रति घंटा है अधिकतम गति।

* 24 घंटे तक रह सकता है आसमान में।

* 20 किलोग्राम है वजन।

* 10-15 लाख रुपये निर्माण में लागत।

पढ़े: ड्रोन कैमरे से गंगा आरती शूट करते चार संदिग्ध पकड़े

देश में पहली बार हुई ड्रोन से हुई पिज्जा की डिलीवरी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.