कॉमनवेल्थ के मंच पर भारत उठाएगा आतंकवाद का मुद्दा
प्रसाद इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत कॉमनवेल्थ के मंच पर भी अब आतंकवाद को प्रश्रय देने और आतंकवादियों की आनलाइन भर्ती का मुद्दा उठाएगा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद बहामा में होने वाले कॉमनवेल्थ देशों के कानून मंत्रियों के सम्मेलन में हिसंक होते जा रहे अतिवादी गुटों का मुद्दा उठाएंगे।
प्रसाद इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। 16 से 19 अक्टूबर तक चलने वाले इस सम्मेलन में प्रसाद डिजिटल इंडिया कार्यक्रम और डिजिटल समावेश की महत्ता और इस क्षेत्र में भारत में होने वाले प्रयासों पर भी बात करेंगे। इस संबंध में प्रसाद जनधन खातों का उदाहरण देकर वित्तीय समावेश की दिशा में उठाये गए भारत सरकार के कदमों का ब्यौरा भी पेश करेंगे। जनधन खातों, आधार और मोबाइल के संयोजन से भारत में सब्सिडी को सीधे खातों में ट्रांसफर करने के लाभ का भारतीय अनुभव भी साझा करेंगे। ऐसा करके सरकार न केवल 58000 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी चोरी रोकने में सफल रही है बल्कि बिचौलियों को भी खत्म किया जा सका है।
पत्रकारों से बातचीत में इस सम्मेलन में भारत की भूमिका का जिक्र करते हुए प्रसाद ने बताया कि इस मंच पर काउंटर टेररिज्म पर भी बात होगी। चूंकि अब अधिक से अधिक आतंकी गुट नए युवकों की भर्ती के लिए आनलाइन विकल्पों की मदद ले रहे हैं इसलिए भारत सम्मेलन में सूचना व संचार प्रौद्योगिकी के इन विकल्पों को और अधिक सुरक्षित बनाने जैसे मुद्दों को उठाएगा। उन्होंने कहा कि वह बैठक में जलवायु परिवर्तन और बाल विवाह जैसे विषयों पर भी विचार रखेंगे।
कॉमनवेल्थ देशों के कानून मंत्रियों की इस बैठक में सभी देशों को अपनी सामान्य कानूनी परंपराओं को साझा करने का मौका मिलेगा। इस वर्ष इस बैठक का थीम, 'प्रौद्योगिकी के जरिए कानूनी नियमों को मजबूत बनाना' है। कैसे सूचना प्रौद्योगिकी न्याय और विधि को अधिक मजबूत बनाने की दिशा में काम कर रही है, इस पर सभी देशों के प्रतिनिधिमंडल विचार करेंगे। विचार विमर्श के दौरान साइबर क्राइम जैसे नए खतरों पर विचार होने के साथ साथ प्रौद्योगिक के सकारात्मक इस्तेमाल पर भी सम्मेलन में बात होगी।
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