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मोदी का पूरी दुनिया को न्‍योता-निवेश करो, नई बुलंदियां पाओ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जर्मन निवेशकों का आह्वान करते हुए वादा किया कि भारत को एक ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए नियमों और कानूनों में जो भी कमियां होंगी उन्हें दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत अब बदल गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 14 Apr 2015 02:40 AM (IST)Updated: Tue, 14 Apr 2015 10:55 AM (IST)

हनोवर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जर्मन निवेशकों का आह्वान करते हुए वादा किया कि भारत को एक ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए नियमों और कानूनों में जो भी कमियां होंगी उन्हें दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत अब बदल गया है।

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जर्मनी के शीर्ष उद्योगपतियों के समक्ष प्रधानमंत्री ने सोमवार को कहा कि वे पुरानी अवधारणाओं पर न जाएं, भारत आएं और शासन तंत्र में हुए बदलाव को खुद महसूस करें। हनोवर व्यापार मेले में इंडो-जर्मन बिजनेस समिट के दौरान मोदी का 'मेक इन इंडिया' अभियान को ऊंचाई प्रदान करने के लिए विदेशी निवेश आकर्षित करने पर जोर रहा। दोनों देशों की कंपनियों के शीर्ष सीइओ से मोदी ने कहा, 'मेक इन इंडिया एक जरूरत है।

हमें उम्मीद है कि भारत को दुनिया का मैन्यूफैक्च¨रग हब बनाने से कोई ताकत नहीं रोक सकती, यहां तक हमारे अपने नियम-कानून भी नहीं। जहां कहीं भी जरूरत होगी, हम संशोधन करेंगे। उन्होंने कहा, 'एक बार फिर मैं आप लोगों को भारत आने का आमंत्रण देता हूं। भारत में आपकी सफलता के लिए मैं व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने का आश्वासन देता हूं।'

इससे पहले व्यापार मेले में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि भारत में वैश्विक मैन्यूफैक्च¨रग हब बनने की अपार क्षमताएं हैं, पूरी दुनिया के निवेशक सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था वाले देश में निवेश करें और सफलता की नई बुलंदियों को छुएं। उद्घाटन के वक्त जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल भी मौजूद थीं। इस व्यापार मेले का भारत साझेदार है। मोदी ने इस मौके पर कहा कि न केवल जर्मनी बल्कि पूरा विश्व इस ओर देख रहा है।

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डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी व डिमांड (जनसंख्या, लोकतंत्र व मांग) के बल पर भारत विश्व को आकर्षित कर रहा है। कम लागत में उत्पादन, सुशासन और बगैर खामी वाली वस्तुओं के निर्माण के क्षेत्र में भारत दुनिया में अग्रणी बन सकता है। विश्व की सभी तरह की रेटिंग एजेंसियां कह रही हैं कि भारत सबसे तेज गति से उभरती अर्थव्यवस्था है।

मार्केल संग 'चाय पे चर्चा'

भारत में चर्चित हुआ 'चाय पे चर्चा' कार्यक्रम जर्मनी में भी छा गया। मोदी ने मार्केल के संग चाय पर चर्चा की। इसके कई खास मायने निकाले जा रहे हैं। उन्होंने मार्केल को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की मौजूदगी में महाराष्ट्र आने का भी निमंत्रण दिया।

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युवा शक्ति से संपन्न देश : मार्केल

जर्मनी की चांसलर एंजिला मार्केल ने कहा कि भारत युवा शक्ति से संपन्न देश है। युवा रोजगार और अपने देश को विकसित देखना चाहते हैं। वहां लोकतंत्र, नवोन्मेष क्षमता और समृद्धि की संभावना है। जर्मनी भारत के साथ नजदीकी साझेदारी के पक्ष में है।

जर्मनी आठवां बड़ा निवेशक :

जर्मनी भारत में निवेश करने वाला आठवां बड़ा निवेशक है। वर्तमान में 600 भारत-जर्मन संयुक्त उपक्रम कार्यरत हैं।

36 फीसद बढ़ा एफडीआइ :

मोदी ने कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) अप्रैल 2014 से जनवरी 2015 के बीच 36 फीसद बढ़ा है।

दहाड़ा मेक इन इंडिया का शेर

भारत के मेक इन इंडिया के मशीनी शेर ने हनोवर मेले में दहाड़ कर सबको चकित कर दिया। मशीनी कलपुर्जो से बने इस प्रतीक चिन्ह शेर ने भारत की सांस्कृतिक झलक की शानदार प्रस्तुति के आखिरी चरण में रोमांचक ढंग से प्रवेश किया। मंच पर उसने दहाड़ते हुए कदम रखा। यह सुन पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।

मोदी ने मार्केल को मेक इन इंडिया का लोगो शेर भी भेंट किया। जिस मंच पर वे बैठे थे, उसके पीछे मेक इन इंडिया का लोगो बना था, मोदी ने चुटकी ली कि अपने शहर में हमारे शेरों को घूमने की इजाजत देने का शुक्रिया।

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भारत-जर्मनी के बीच पुल बनें पेशेवर : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी में रहने वाले भारतीय पेशेवरों से भारत को ग्लोबल मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए दोनों देशों के बीच पुल के रूप में काम करने को कहा है।

भारतीय समुदाय को यहां संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देश अच्छी स्थिति में हैं। उन्होंने कहा, 'जर्मनी में रह रहे भारतीय पेशेवर भारत को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के उद्देश्य को पूरा करने में पुल का काम कर सकते हैं।' संतुलित विकास की जरूरत का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि कृषि, मैन्यूफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्रों पर समान रूप से जोर दिया जाना चाहिए।

पढ़ें: इंडो-जर्मन बिजनेस सम्मिट में मोदी बोले 'भारत अब एक बदला हुआ देश है'


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