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जानिए, कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान से लेकर हिन्दुस्तान तक किसने क्या कहा

जाधव मामले पर भारत की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद का बचाव किया है।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Tue, 11 Apr 2017 07:18 PM (IST)Updated: Tue, 11 Apr 2017 10:42 PM (IST)
जानिए, कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान से लेकर हिन्दुस्तान तक किसने क्या कहा
जानिए, कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान से लेकर हिन्दुस्तान तक किसने क्या कहा

नई दिल्ली, जेएनएन। पूर्व भारतीय नेवी ऑफिसर को पाकिस्तान में मौत की सज़ा सुनाने के बाद इस्लामाबाद से लेकर नई दिल्ली तक बयानों का दौर ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां भारत इस फैसले को पूरी तरह सुनियोजित हिस्सा बताते हुए पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान कुलभूषण जाधव की फांसी की सज़ा के फैसले का बचाव कर रहा है।

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पाक रक्षामंत्री ने कहा, सभी नियमों का पालन किया गया

जाधव मामले पर भारत की तरफ से कड़ी प्रतिक्रिया के बाद पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस्लामाबाद का बचाव किया है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जासूसी के आरोप में गिरफ्तार कुलभूषण को लेकर सभी नियम कायदों का पालन किया गया है।

पाकिस्तान के डॉन न्यूज़ के मुताबिक, पाकिस्तानी रक्षामंत्री ने भारत के उन आरोपों की कड़ी आलोचना की है जिसमें जाधव को दी गई फांसी की सज़ा को हास्यास्पद करार देते हुए कहा गया था कि अगर उसे सज़ा-ए-मौत दी जाती है तो यह सुनियोजित मर्डर होगा। आसिफ ने जोर देते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी गलत नहीं हुआ जो कानून के खिलाफ हो।

जबकि, इस मुद्दे पर भारत में तैनात पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने इंडिया इंटरनेशनल में एक कार्यक्रम के लिए पहुंचने के दौरान कुलभूषण जाधव पर मीडिया की तरफ से पूछे गए सवालों पर अपनी चुप्पी साध ली।

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तो वहीं, एक कार्यक्रम के लिए दिल्ली आए पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने कहा कि इसे सामान्य घटना करार देते हुए कहा कि वहां पर पाकिस्तानी नागरिकों को भी मिलिट्री कोर्ट की तरफ से सज़ा दी जाती है। कसूरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को एक दूसरे के साथ सहयोग करने की जरूरत है ताकि भारत और रूस के बीच तनातनी में हम अपनी ना गंवा दें।


बिलावल भुट्टो ने किया जाधव को मृत्युदंड की सज़ा का विरोध

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने मंगलवार को अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय कुलभूषण जाधव को मृत्युदंड की सजा सुनाए जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा 'विवादित' है।अपने नाना जुल्फिकार अली भुट्टो को दी गई मौत की सजा को याद करते हुए उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक रूप से उनकी पार्टी मृत्युदंड के खिलाफ है। पीपीपी पंजाब के अध्यक्ष और पूर्व संघीय सूचना मंत्री कमर जमान कैरा ने कहा कि जाधव को मौत की सजा पर भारत की प्रतिक्रिया 'स्वाभाविक' है।

उन्होंने कहा कि वास्तव में नवाज शरीफ सरकार जाधव के खिलाफ आरोप पत्र के बारे में दुनिया को बताने में असफल रही है। अगर भारत ने पाकिस्तानी जासूस को पकड़ा होता तो उसने दुनियाभर में इसका खूब प्रचार किया होता। पाकिस्तान के पूर्व अटॉर्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने कहा कि जाधव सेनाध्यक्ष के समक्ष पुनर्विचार की अपील कर सकता है या सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकता है। याचिका खारिज होने के बावजूद वह राष्ट्रपति के समक्ष दया याचिका दायर कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह बेहद लंबी प्रक्रिया है और इसमें दो साल से भी ज्यादा का वक्त लगेगा।

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पूर्व गृह सचिव ने जताई हिंसा की आशंका

उधर, पूर्व गृह सचिव आर.के. सिंह ने इस पूरे मामले को लेकर पाकिस्तान की नीयत संदेह जाहिर करते हुए कहा कि यह पूरी कहानी संदेहास्पद है। उन्होंने कहा कि कोई मिलिट्री ट्रायल हुआ ही नहीं है बल्कि कुलभूषण जाधव को बुरी तरह से टॉर्चर किया गया और उसके बाद हत्या कर दी गई है। अगर ऐसा नहीं है तो पाकिस्तान को कांसुलर एक्सेस (राजनियक को मिलने की इजाजत) देना चाहिए।

कश्मीर पर भिड़े जेठमलानी और सैफुद्दीन सोज

इस बीच दिल्ली में 'भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार' नाम के एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील ने कहा कि कश्मीर समस्या भारत के द्वारा नहीं पैदा की गई है बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने जेठमलानी की बात से इत्तेफाक न रखते हुए कहा कि कश्मीर में जो भी दिक्कते हैं उसके लिए भारत जिम्मेदार है न कि पाकिस्तान।
 


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