इमरान की स्क्रिप्ट में अन्ना आंदोलन के भी पन्ने
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों पर सरकार के खिलाफ धरना, लहराते झंडों, सिस्टम को साफ करने के नारों और गानों का दौर..। नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ उतरी भीड़ की अगुवाई कर रहे पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआइ) के अध्यक्ष इमरान खान की सियासी स्क्रिप्ट के कई पन्ने भारत में करीब तीन साल पहले हुए
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों पर सरकार के खिलाफ धरना, लहराते झंडों, सिस्टम को साफ करने के नारों और गानों का दौर..। नवाज शरीफ सरकार के खिलाफ उतरी भीड़ की अगुवाई कर रहे पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान की सियासी स्क्रिप्ट के कई पन्ने भारत में करीब तीन साल पहले हुए अन्ना आंदोलन की कहानी से मेल खाते हैं।
भारत में जंतर-मंतर पर इंडिया अगेंस्ट करप्शन के मंच पर अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के आंदोलन में इमरान की दिलचस्पी का नमूना 2012 में ही नजर आ गया था। कोलकाता के साहित्यिक कार्यक्रम में आए क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने नवंबर 2012 में अन्ना हजारे को सक्रिय राजनीति में आने की सलाह भी दे डाली थी। पाकिस्तान में आजादी मार्च के मंच से आवाम को सरकारी दफ्तरों में न जाने और बिल न भरने जैसे नारे लगभग वैसे ही हैं जैसे भारत में इंडिया अगेंस्ट करप्शन के आंदोलन में सुनाई पड़े थे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले ताहिर उल कादरी ने अपने समर्थकों के साथ जनवरी 2013 में लाहौर से इस्लामाबाद तक लांग मार्च का नारा दिया था। काफी भीड़ भी जुटाई थी, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए थे। वहीं अबकी बार इमरान और कादरी की जोड़ी और इसे अंदरखाने पाक फौज से मिली शह ने महज 14 महीने पुरानी नवाज शरीफ सरकार की चूलें हिला दी हैं। आजादी मार्च ने इमरान की 18 बरस पुरानी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी में भी जान डाल दी है।