नीतीश बोले, मैंने मांझी को सरकार दी, अब वह पार्टी भी चाहते हैं...
बिहार में राजनीतिक उठापटक जारी है। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 20 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा मांझी सरकार का समर्थन करने के लिए तैयार हो गई है। ऐसे में नीतीश कुमार के तेवर कुछ नरम पड़ते नजर आ
नई दिल्ली। बिहार में राजनीतिक उठापटक जारी है। मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी 20 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करने की तैयारी कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा मांझी सरकार का समर्थन करने के लिए तैयार हो गई है। ऐसे में नीतीश कुमार के तेवर कुछ नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। नीतीश का कहना है कि उन्होंने मांझी को अपनी सरकार दी थी, लेकिन अब वह पूरी जेडीयू ही लेना चाह रहे हैं।
लोकसभा चुनाव में जेडीयू की असफलता के बाद नीतीश कुमार ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने मांझी को मुख्यमंत्री की कुर्सी दे दी थी। लेकिन नीतीश का कहना है कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद छोड़कर बहुत बड़ी गलती की, जिसके लिए वह जनता से माफी मांगेंगे। नीतीश ने कहा, 'सात फरवरी को जेडीयू अध्यक्ष ने मांझी सरकार के कामकाज की समीक्षा करने के लिए विधायकों की बैठक बुलाई थी, लेकिन मांझी ने इसमें आने से इन्कार कर दिया। मैंने मांझी को समझाया कि उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतारने की योजना पार्टी नहीं बना रही है। लेकिन इसके बाद उन्होंने विधानसभा भंग करने की ही घोषणा कर दी।'
नीतीश ने कहा, 'मैंने चुनावों में जनादेश हासिल करने के बाद भी अपनी सरकार जीतन राम मांझी को दे दी। लेकिन वह अब पूरी पार्टी ही चाह रहे हैं। वह चाहते हैं कि उनके अनुसार ही सबकुछ हो। मैंने मांझी पर विश्वास किया, लेकिन उन्होंने मुझे धोखा दिया।'
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