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सांसदों का होटल बिल करोड़ों में, जानिए पिछले 24 वर्ष का खर्च

जिस राज्य में झुग्गी-झोपड़ी पर राजनीति होती है। बिजली-पानी को चुनावी मुद्दा बनाकर वोट मांगा जाता है। उस राज्य में सरकार सांसदों के होटल बिल के रूप में करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। यह कहना है आयानगर गांव में रहने वाले आरटीआइ कार्यकर्ता वेदपाल का।

By anand rajEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2015 09:12 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2015 10:12 AM (IST)
सांसदों का होटल बिल करोड़ों में, जानिए पिछले 24 वर्ष का खर्च

दिल्ली (अरविंद कुमार द्विवेदी)। जिस राज्य में झुग्गी-झोपड़ी पर राजनीति होती है। बिजली-पानी को चुनावी मुद्दा बनाकर वोट मांगा जाता है। उस राज्य में सरकार सांसदों के होटल बिल के रूप में करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। यह कहना है आयानगर गांव में रहने वाले आरटीआइ कार्यकर्ता वेदपाल का। वेदपाल ने सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के जरिए सांसदों के होटल बिल के रूप में सरकार द्वारा किए गए भुगतान की जानकारी मांगी थी। जवाब देखकर कोई भी हैरत में पड़ जाएगा।

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उन्होंने वित्त वर्ष 1990-91 से लेकर 2013-14 तक की जानकारी मांगी थी। प्राप्त सूचना के अनुसार, सरकार ने इस दौरान करीब पौने 36 करोड़ रुपये इस मद में चुकाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में स्थित उन होटलों की सूची भी मांगी थी, जहां सांसदों को ठहराने के लिए सरकार ने टाईअप कर रखा है। वेदपाल ने बृहस्पतिवार को गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर पांच सितारा होटलों से टाईअप खत्म करने की मांग की है। उनका कहना है कि दिल्ली में हर राज्य के सांसदों के लिए पर्याप्त संख्या में गेस्ट हाउस व राज्य के सदन हैं। ऐसे में पांच सितारा होटलों में सांसदों को ठहराना करदाताओं के पैसे की बर्बादी है।

अपनी आरटीआइ में वेदपाल ने यह भी पूछा था कि दिल्ली में किन-किन होटलों, सदनों व गेस्ट हाउसों में सांसदों के ठहरने की व्यवस्था है। इसके जवाब में 38 होटलों, सदनों व गेस्ट हाउसों की सूची भेजी गई। इसमें द अशोका, होटल सम्राट व होटल जनपथ जैसे लग्जरी होटल शामिल हैं। सूची के अनुसार, द अशोका में नौ हजार रुपये प्रतिदिन व होटल सम्राट व होटल जनपथ में छह हजार रुपये प्रतिदिन ठहरने का चार्ज है। इसके अलावा विभिन्न कर व भोजन का चार्ज अलग से है। वेदपाल ने डायरेक्टरेट ऑफ एस्टेट (एमपीज एकमोडेशन सेक्शन) से यह सूचना मांगी थी।

24 वर्ष में कितने हुए खर्च

वित्त वर्ष धनराशि (रुपये में)

1990-91 28,20,822

1991-92 43,69,148

1992-93 15,93,878

1993-94 25,94,603

1994-95 7,80,411

1995-96 6,76,569

1996-97 89,51,702

1997-98 56,96,681

1998-99 64,60,456

1999-00 87,12,094

2000-01 79,76,811

2001-02 68,72,070

2002-03 75,22,987

2003-04 1,11,10,119

2004-05 2,69,62,131

2005-06 2, 29,43,611

2006-07 3,57,54,804

2007-08 35,68,605

2008-09 39,41,949

2009-10 6,71,99,689

2010-11 6,69,86,046

2011-12 4,15,94,405

2012-13 44,26,480

2013-14 78,19,207

कुल खर्च - 35,73,35,281

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