राज्यसभा में अगले सप्ताह आ सकता है जीएसटी
प्रधानमंत्री से लेकर वित्तमंत्री तक विपक्षी नेताओं को साधने में जुटे हैं। वहीं विपक्षी दलों की ओर से भी नरमी का संकेत है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लगातार विरोधों में अटका जीएसटी विधेयक अगले सप्ताह थोड़ी मशक्कत के बाद पारित हो सकता है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री से लेकर वित्तमंत्री तक विपक्षी नेताओं को साधने में जुटे हैं। वहीं विपक्षी दलों की ओर से भी नरमी का संकेत है।
हालांकि इशारों इशारों में यह भी बताया जा रहा है कि राज्यसभा से पारित कराने में सरकार को कुछ मान मनौव्वल करना पड़ेगा। औपचारिक रूप से राज्यसभा की कार्यमंत्रणा समिति में तो फिलहाल सहमति नहीं बनी है लेकिन सूत्रों का कहना है कि संभवत: सोमवार को सदन में विधेयक आएगा। गुरुवार को राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सपा नेता राम गोपाल यादव के बीच भी कुछ बातें हुई। सदन स्थगित होने के बाद भी कुछ देर तक प्रधानमंत्री सदन में बैठे रहे थे।
उस दौरान रामगोपाल के साथ साथ सपा सांसद नीरज सिंह भी वहां मौजूद रहे। पिछले सप्ताह मोदी ने नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी के पास तक जाकर उनसे बात की थी। इसे जीएसटी के परिप्रेक्ष्य मे ही देखा जा रहा है। वहीं वित्तमंत्री अरुण जेटली ने भी सपा, वाम और कांग्रेस के नेताओं से अलग अलग बात की। तृणमूल कांग्रेस, जदयू व कुछ अन्य दलों से पहले ही बात की जा चुकी है। बड़ी बात यह है कि इस सत्र के दौरान सरकार विपक्षी नेताओं से लगातार औपचारिक अनौपचारिक वार्ता करती रही।
ध्यान रहे कि एक दिन पहले ही केंद्रीय कैबिनेट ने जीएसटी से एक फीसद अतिरिक्त टैक्स को हटाने की मंजूरी दे दी थी। जाहिर तौर पर जहां सरकार हर संभव बदलाव के लिए तैयार दिख रही है वहीं विपक्षी दलों के नेताओं की मानी जाए तो उन्होंने भी मन बना लिया है। सोमवार को विधेयक पेश होने की संभावना है। हालांकि यह एक झटके में पारित होगा इसकी उम्मीद कम है। सूत्र बताते हैं कि कुछ और बदलाव के लिए सदन के अंदर भी दबाव बनाया जाएगा। सरकार मानी तो अच्छा, वरना मान मनौव्वल के बाद सरकारी विधेयक पर सहमति बन सकती है।
विजन दस्तावेज 15 साल के लिए नहीं, पूरी सदी के लिए रखेगा नींवः पीएम मोदी
राहुल के वार पर जेटली का पलटवार,'यूपीए के शासनकाल में थी ज्यादा महंगाई'