विजय माल्या को भारत लाने के लिए वैकल्पिक रास्ता तलाश रहा भारत
भारत विजय माल्या को भारत लाने के लिए सरकार वैकल्पिक रास्तों पर भी विचार कर रही है। इसके लिए उसने विभिन्न एजेंसियों से सुझाव भी मांगे हैं।
नई दिल्ली (एएनआई)। बैंकों को करीब 9200 करोड़ रुपये का चूना लगाकर ब्रिटेन जा चुके उद्योगपति विजय माल्या के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अभियान जारी है। इसके तहत ईडी ने माल्या के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए इंटरपोल से संपर्क किया है। यह जारी होने के बाद माल्या को किसी भी देश में गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं माल्या को वापस भेजने (डिपोर्ट करने) का अनुरोध ब्रिटेन से ठुकराए जाने के बाद विदेश मंत्रालय अगले कदम के लिए ईडी के सुझाव का इंतजार कर रहा है। विजय माल्या को स्वदेश लाने के लिए सरकार वैकल्पिक रास्ते भी तलाश रही है।
ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि माल्या को भारत लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। रेड कॉर्नर नोटिस का अनुरोध इसी दिशा में एक कदम है। इससे माल्या के लिए ब्रिटेन से बाहर जाना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि उन्होंने ऐसी कोशिश की तो वे गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। गौरतलब है कि दैनिक जागरण ने 19 अप्रैल को माल्या के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी की खबर दी थी। 18 अप्रैल को ईडी के अनुरोध पर मुंबई की अदालत ने विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया था। वहीं विदेश मंत्रालय माल्या को लेकर अगले कदम के बारे में ईडी के सुझाव का इंतजार कर रहा है। दरअसल, प्रत्यर्पण एक लंबी प्रक्रिया है।
प्रत्यर्पण का अनुरोध अदालत के मार्फत ब्रिटेन की अदालत में जाएगा और इस प्रक्रिया में कई साल लग जाएंगे। इससे बचने के लिए एजेंसियों को वैकल्पिक रास्ता बताने को कहा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि माल्या के खिलाफ अगले कदम के बारे में वे ईडी के सुझाव का इंतजार कर रहे हैं। ईडी मनी लॉड्रिंग कानून के तहत माल्या के खिलाफ आइडीबीआइ बैंक से गलत तरीके से 900 करोड़ रुपये के कर्ज लेने की जांच कर रहा है।