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भड़काऊ भाषण मामले में आजम पर दो और मुकदमे

चुनाव आयोग के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन ने आजम खां पर शिकंजा और कस दिया है। नहटौर के बाद अफजलगढ़ में भी जनसभा के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 11 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां की नगीना लोकसभा क्षेत्र के नहटौर में जनसभा थी। यहां पर आजम खां ने धर्म के आधार पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी कीं। यही नहीं मोदी के साथ ही उन्होंने मीडिया पर भी जमकर भड़ास निकाली।

By Edited By: Published: Mon, 14 Apr 2014 09:06 PM (IST)Updated: Mon, 14 Apr 2014 09:06 PM (IST)

बिजनौर [जासं]। चुनाव आयोग के निर्देश के बाद पुलिस-प्रशासन ने आजम खां पर शिकंजा और कस दिया है। नहटौर के बाद अफजलगढ़ में भी जनसभा के दौरान भड़काऊ भाषण देने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। 11 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खां की नगीना लोकसभा क्षेत्र के नहटौर में जनसभा थी। यहां पर आजम खां ने धर्म के आधार पर कई आपत्तिजनक टिप्पणी कीं। यही नहीं मोदी के साथ ही उन्होंने मीडिया पर भी जमकर भड़ास निकाली।

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आयोग के निर्देश पर रविवार को आजम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इससे पहले उन्होंने मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र के अफजलगढ़ में आयोजित जनसभा में भी संजय गांधी और इंदिरा गांधी पर अभद्र टिप्पणी की थी। उनकी मौत को अल्लाह द्वारा दिया गया दंड बताया था। सोमवार को इस मामले में अफजलगढ़ कोतवाली में आजम के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।

क्यों रही शुरुआत में खामोशी

नहटौर और अफजलगढ़ में आपत्तिजनक टिप्पणी, भीड़ को भड़काने का प्रयास और माहौल में जहर खोलने वाले आजम पर आखिर आयोग ने सख्ती कर दी। सवाल उठता है कि आयोग के पहरेदार स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने 72 घंटे तक खामोशी क्यों साधे रखी।

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