7 दिनों तक कैद रह कर 100 लोग बनाते हैं देश का बजट
इस दौरान बजट बनाने वाले लोगों को मोबाइल रखने और घर पर फोन से बात करने तक की इजाजत नहीं होती है।
नई दिल्ली। सरकार जो बजट संसद में पेश करती है, उसे तैयार करने में पूरी गोपनीयता का ध्यान रखा जाता है। संसद में पेश होने से पहले बजट को कई प्रक्रियाओं से होकर गुजरता पड़ता है। आइए आपको बताते है कि कैसे बनता है आपका बजट...
बजट डिवीजन की देखरेख में तैयार होता है बजट
वित्त मंत्रालय के बजट डिवीजन की देखरेख में बजट तैयार होता है। आम बजट तैयार करते समय इस डिविजन के लोगों को 7 दिन तक सीक्रेट जगह भेज दिया जाता है। इस दौरान बजट बनाने वाले लोगों को मोबाइल रखने और घर पर फोन से बात करने तक की इजाजत नहीं होती है। प्रिंटिंग रूम में सिर्फ एक फोन होता है। इस पर सिर्फ कॉल आने की सुविधा होती है। बात करते वक्त इंटेलिजेंस का एक आदमी वहां हमेशा मौजूद रहता है।
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बजट बनाने के दौरान 100 लोग रहते हैं 'कैद'
बजट तैयार करने की प्रक्रिया को बेहद सीक्रेट रखा जाता है। यहां तक कि इसे तैयार करने वालों की जानकारी भी गोपनीय रखी जाती है। बजट तैयार करने के लिए लगभग 100 लोगों की टीम को पूरी तरह से जांच-पड़ताल के बाद भेजा जाता है। बजट प्रिंट होने तक इन लोगों को वहीं ‘कैद’ रहना पड़ता है।
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