बाल सुरक्षा गृह में कैद लाहौर के बच्चे होगी वतन वापसी
फरीदकोट के बाल सुरक्षा गृह में बंद पाकिस्तान 12 वर्षीय बच्चा रिहा होगा।
राजीव शर्मा, फरीदकोट : साढ़े सात महीने से फरीदकोट (पंजाब) के बाल सुरक्षा गृह में बंद पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला 12 वर्षीय बच्चा रिहा होगा। मंगलवार को फिरोजपुर के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट ने बच्चे के बाल सुधार गृह में बंद समय को सजा के रूप में मानते हुए उसे रिहा करने के आदेश जारी कर दिए। पाकिस्तानी उच्चायुक्त की ओर से बच्चे की शिनाख्त करने के बाद उसकी वतन वापसी का रास्ता साफ हो गया था। मई की शुरुआत में यह बच्चा फिरोजपुर के हुसैनीवाला बॉर्डर शाने ए ¨हद गेट के पास पकड़ा गया था। बालक बोलने व सुनने में असमर्थ है, जिस कारण उसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी।
21 नवंबर को अमृतसर में पाकिस्तानी उच्चायुक्त को जिला प्रशासन ने बच्चे के दस्तावेज सौंपे थे। इन दस्तावेजों की पड़ताल के बाद पाकिस्तान सरकार ने बच्चे की शिनाख्त लाहौर निवासी के रूप में की है। पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने आठ दिसंबर को भारतीय उच्चायुक्त को लिखे पत्र में बालक को पाकिस्तान को सौंपने की सहमति दी थी। वहीं पाकिस्तान सरकार की ओर से शिनाख्त के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी बच्चा भारत में होने की जानकारी दी थी।
परिवार का पता लगाने की हुई कई कोशिशें जिला प्रशासन ने मूक-बधिर बच्चों से इशारों में बात करने के माहिरों का सहारा लेकर बच्चे से उसके परिवार के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की थी। बच्चा जब पकड़ा गया था तो उसके पास पाकिस्तानी करंसी का 20 रुपये का नोट मिला था। 21 नवंबर को उसे अमृतसर में पाकिस्तानी उच्चायुक्त के पास ले जाया गया। डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर का कहना है कि बच्चे की शिनाख्त हो गई है। उसे कब सौंपना है, इसके आदेश केंद्र सरकार से मिलेंगे। तब तक प्रशासन उसका पालन पोषण करेगा।