राजस्थान में टिकट वितरण के बाद कांग्रेस-भाजपा में घमासान
राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों में असंतोष और घमासान मचा है। दोनों पार्टी के कई नेता अपने परिवार के सदस्य और समर्थकों के टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं और बगावत पर उतारू हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस से अपने बेटे को टिकट नहीं मिलने से नाराज ह
जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए टिकट वितरण के बाद भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों में असंतोष और घमासान मचा है। दोनों पार्टी के कई नेता अपने परिवार के सदस्य और समर्थकों के टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं और बगावत पर उतारू हैं।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कांग्रेस से अपने बेटे को टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं। उनका कहना है कि बेटे ने पार्टी के लिए काफी काम किया है इतना ही नहीं उसने पार्टी के लिए लाठियां तक खाई है।
पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता बूटा सिंह ने कांग्रेस से बगावत कर सपा का हाथ थाम लिया है। गौरतलब है कि बूटा सिंह कांग्रेस की कई सरकारों में मंत्री रह चुके हैं। सपा ने उन्हें जालौर से पार्टी का प्रत्याशी भी बना दिया है।
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उधर, भाजपा में भी नाराज नेताओं की कमी नहीं है। भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह बाड़मेर से टिकट की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। जबकि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे वहां से किसी और को टिकट देना चाहती हैं। इस बात से नाराज जसवंत सिंह ने धमकी दी है कि अगर पार्टी की ओर से उन्हे टिकट नहीं दिया गया तो वे निर्दलीय ही चुनाव मैदान में उतर जाएंगे। उधर, जसवंत सिंह के समर्थकों ने बाड़मेर में आज बैठक कर 24 मार्च को उनके नामांकन पत्र दाखिल करने का फैसला किया। क्षेत्र के पांच विधायकों ने भी उन्हें अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है। वहां के राजपूत समाज ने भी उन्हें समर्थन देने की घोषणा की है।
सीकर सीट पर भाजपा प्रत्याशी को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा प्रत्याशी के विरोध में आज सभी भाजपा विधायकों ने बैठक की।