'दो पत्ती' के लिए घूस का मामला: दिनाकरन ने मानी चंद्रशेखर से मिलने की बात, लेकिन...
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शशिकला के भतीजे दिनाकरन के खिलाफ 17 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की थी। शशिकला गुट ने आरके नगर असेंबली सीट पर उपचुननाव के लिए दो पत्ती चुनाव चिन्ह मांगा था।
चेन्नई, एएनआइ। एआइएडीएमके के नेता टीटीवी दिनाकरन ने आखिरकार दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा तीन दिन से लगातार चल रही पूछताछ के बाद यह स्वीकार कर लिया कि वह सुकेश चंद्रशेखर से मिले थे। चंद्रशेखर वहीं शख्स है जो दिनाकरण और भारतीय निर्वाचन आयोग के बीच घूस की डीलिंग में मिडिलमैन का काम कर रहा था।
शशिकला के भतीजे दिनाकरन पर आरोप है कि उन्होंने एआइएडीएमके के चुनाव चिन्ह 'दो पत्ती' को हासिल करने के लिए चुनाव अधिकारी को घूस देने की कोशिश की थी। दिनाकरन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में उन्होंने सुकेश को पहचानने से इनकार कर दिया था। लेकिन बाद में दिनाकरन ने यह स्वीकार कर लिया कि वह सुकेश से मिले थे। सुकेश ने भी इस बात को मान लिया है। हालांकि दिनाकरन ने यह मानने से इनकार कर दिया कि उन्होंने 'दो पत्ती' चुनाव चिन्ह पाने के लिए सुकेश को किसी तरह की रिश्वत दी है।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को अब उन संभावित कारणों की स्थापित करना होगा, जिसके लिए दिनाकरन और सुकेश की मुलाकात हुई थी। इसके लिए पुलिस चुनाव आयोग के अधिकारी की सहायता की मांग की है, जिन्होंने चुनाव निगरानी दलों से निपटने में उन्हें मदद की थी।
सुकेश के कोच्चि स्थित निवास पर उनको दी गई घूस की राशि का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चल रहा है। दिनाकरन और सुकेश के मोबाइल फोन के कॉल्स का विवरण और मैसेज की भी जांच की जा रही है। यह कहा जा रहा है कि क्राइम ब्रांच इस मामले की जड़ तक पहुंचे की कोशिश कर रही है, क्योंकि उनका मानना है कि यह एक बड़ा खेल है जो उच्च अधिकारी द्वारा चलाया जाता है।
बता दें कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की पूछताछ अभी तक पूरी नहीं हुई है। दिनाकरन को आज भी क्राइम ब्रांच ऑफिस में 5 बजे बुलाया गया है। वहीं दिनाकरन के वकील को भी क्राइम ब्रांच के ऑफिस में सुबह 11 बचे पहुंचने के लिए कहा गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने शशिकला के भतीजे दिनाकरन के खिलाफ 17 अप्रैल को एफआईआर दर्ज की थी। शशिकला गुट ने आरके नगर असेंबली सीट पर उपचुननाव के लिए दो पत्ती चुनाव चिन्ह मांगा था। पन्नीरसेल्वम गुट ने भी इसके लिए दावा किया था। इसलिए चुनाव आयोग ने इसे जब्त कर लिया था। दिल्ली पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने बताया, 'यह पता चला है कि बिचौलिए सुकेश ने पचास करोड़ रुपए की डील की थी। उसके पास से 1.30 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं, उसके पास से मिली दो कारों को भी जब्त कर लिया गया है।' बिचौलिए को रविवार को दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल से गिरफ्तार किया गया था।
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