एक ही मतदाता सूची से सभी चुनाव कराने की मांग
भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने यह याचिका दाखिल की है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई है कि वह केंद्र सरकार और चुनाव आयोग को निर्देश दे कि संसदीय, विधानसभा और स्थानीय निकाय चुनाव एक ही मतदाता सूची से कराए जाएं। भाजपा नेता अश्विनी उपाध्याय ने यह याचिका दाखिल की है। उनका कहना है कि इस कवायद से न सिर्फ पैसे की बचत होगी बल्कि लोगों की मेहनत भी बचेगी।
याचिका में उपाध्याय ने शीर्ष अदालत से यह भी मांग की है कि वह अधिकारियों को मतगणना में 'टोटालाइजर' का इस्तेमाल करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दे। 'टोटालाइजर' ऐसा उपकरण होता है जिससे 14 मतदान बूथों के मत एक साथ गिने जा सकते हैं। याचिका में कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स-1961 के प्रावधानों का हवाला भी दिया गया है, जिसके तहत ईवीएम के मतों को मतदान केंद्रवार गिना जाता है। याचिकाकर्ता का कहना है कि इस व्यवस्था से विभिन्न क्षेत्रों के मतदान का पैटर्न सभी को पता चल जाता है। जिसकी वजह से क्षेत्र के लोग निशाने पर आ जाते हैं और उनके साथ भेदभाव किया जाता है।
याचिका में मत पंजीकरण और प्रमाणीकरण के लिए डाकघरों को नोडल एजेंसी बनाने का प्रस्ताव किया गया है। इससे न सिर्फ जालसाजी और भ्रम की समस्या का दूर होगी बल्कि बड़े पैमाने पर सार्वजनिक धन और मानव श्रम की भी बचत होगी। साथ ही कई देशों की तर्ज पर चुनाव रविवार के दिन कराने की भी मांग की गई है ताकि अधिकतम मतदाता अपने अधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
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