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ब्लू व्हेल गेम पर कंपनियों को नोटिस, दिल्ली हाई कोर्ट ने 27 दिनों में मांगा जवाब

सरकार ने भारत में तेजी से फैल रहे इस गेम को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है

By Sakshi PandyaEdited By: Published: Tue, 22 Aug 2017 04:21 PM (IST)Updated: Tue, 22 Aug 2017 04:31 PM (IST)
ब्लू व्हेल गेम पर कंपनियों को नोटिस, दिल्ली हाई कोर्ट ने 27 दिनों में मांगा जवाब
ब्लू व्हेल गेम पर कंपनियों को नोटिस, दिल्ली हाई कोर्ट ने 27 दिनों में मांगा जवाब

नई दिल्ली (साक्षी पंड्या)। दिल्ली हाई कोर्ट ने फेसबुक, याहू, गूगल को नोटिस भेजकर यह पूछा है की इन्होंने अपनी साअट पर ब्लू व्हले गेम को बंद करने के लिए क्या काम किया है। इन कंपनियों को सरकार के इस नोटिस का जवाब 19 सितम्बर तक देना होगा। सरकार ने भारत में तेजी से फैल रहे इस गेम को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया है।

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केंद्र और दिल्ली पुलिस से भी मांगा जवाब:

ब्लू व्हेल गेम के सम्बन्ध में केंद्र और दिल्ली पुलिस से भी जवाब तलब किया गया है। दिल्ली हाई कोर्ट ने इस बात का ब्यौरा मांगा है की केंद्र और दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक क्या कदम उठाए हैं। गौरतलब है कि ब्लू व्हेल गेम से भारत में हाल ही में एक बच्चे की मौत का मामला सामने आया था।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से लिंक हटाने के आदेश:

भारत में इस गेम से संबंधित खबर आते ही, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कुछ दिनों पहले एक बैठक कर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग को तुरंत प्रभाव से इस पर कदम उठाने को कहा था। इसके बाद विभाग ने 11 अगस्त को सभी प्रमुख वेबसाइटों को पत्र लिखकर इस खेल के लिंक तुरंत प्रभाव से हटा लेने का निर्देश दिया। मंत्रालय ने गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, माइक्रोसॉफ्ट और याहू को लिखे इस पत्र में कहा है कि ब्लूव्हेल या इससे मिलते जुलते या इस तरह के अन्य खेलों के लिंक अपने प्लेटफार्म से तुरंत हटा लें।

चिंता जताते हुए सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा है कि ऐसा समझा गया है कि इस गेम का एडमिनिस्ट्रेटर सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर बच्चों को इसे खेलने के लिए आमंत्रित करता है। यही आगे चलकर बच्चों के लिए जानलेवा बन जाता है। मंत्रालय का कहना है कि ब्लूव्हेल गेम का समर्थन करने वालों के बारे में पुलिस को सूचना दी जानी चाहिए। मालूम हो कि इस गेम की वजह से भारत में दो बच्चों के आत्महत्या करने के मामले सामने आ चुके हैं।

अन्य मंत्रालयों की भी नजर:

आईटी मिनिस्ट्री द्वारा याहू, गूगल, फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, माइक्रोसॉफ्ट जैसी सभी सोशल मीडिया साइट्स को निर्देश दिए गए हैं कि वह किसी भी तरह इस जानलेवा गेम ब्लू वेल चैलेंज को फैलने से रोकें। इस निर्देश के बाद महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने भी होम मिनिस्टर और आई मिनिस्टर को इस गेम के लिंक्स को सोशल मीडिया से हटाने के लिए कड़े उठाने की गुजारिश की है।

क्या है ब्लू व्हेल गेम?

यह गेम पिछले दो महीने में काफी लोकप्रिय हुआ है। इसमें बच्चों को 50 चैलेंस दिए जाते हैं। इनमें खुद को नुकसान पहुंचाना, डरावनी फिल्में देखना समेत कई टास्क दिए जाते हैं। इन टास्क को करते समय उनसे फोटो भी मांगी जाती है। सबसे अहम बात की इस गेम का आखिरी टास्क सुसाइड होता है। इस चैलेंज ने अब तक कई बच्चों की जान ली है। ऐसा मानना है की इन 50 टास्क में बच्चों के दिमाग से खेला जाता है। उनका ब्रेन-वाश कर दिया जाता है। इस तरह के टास्क कर के बच्चें एक तरह के डिप्रेशन में चले जाते हैं और आखिरी टास्क तक उनमें सही-गलत में फर्क करने की क्षमता नहीं रहती। इसलिए वो सुसाइड को भी गेम और सही समझ कर अपनी ही जान ले लेते हैं।

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