कश्मीर बंद पर करारा तमाचा, सेना भर्ती परीक्षा में उमड़ी युवाओं की भीड़
इस परीक्षा में 799 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। कश्मीरी युवाओं की परीक्षा में उपस्थिति अलगाववादियों के मुंह पर करारा तमाचा है।
श्रीनगर, जेएनएन। हिजबुल कमांडर सबजार अहमद बट के मारे जाने के बाद अलगाववादियों ने रविवार और सोमवार को कश्मीर में बंद का आह्वान किया था, लेकिन हुर्रियत के बंद को करारा जवाब देते हुए कश्मीर के स्थानीय युवाओं ने सेनाभर्ती परीक्षा में उत्साह से हिस्सा लिया। कश्मीर के अलगाववादियों ने हिजबुल कमांडर सबजार बट के मारे जाने के बाद उसकी याद में 30 मई को ‘मार्च टू त्राल’ का भी आह्वान किया है।
अलगाववादियों के इस बंद को कश्मीरी युवाओं ने ठेंगा दिखाते हुए रविवार को सेना भर्ती परीक्षा में शामिल हुए। इस परीक्षा में 799 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। कश्मीरी युवाओं की परीक्षा में उपस्थिति अलगाववादियों के मुंह पर करारा तमाचा है। सेनाभर्ती में इस उपस्थिति से अलगाववादियों के 30 मई को होने वाले ‘मार्च टू त्राल’ पर भी असर पड़ेगा।
मेजर जनरल एके सिंह ने बताया कि, कश्मीरी युवा उत्साहित होकर परीक्षा में शामिल हुए, अपने प्रयासों से हम उन्हें सही दिशा दिखाने में कामयाब होंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि, 'विभिन्न अलगाववादी गुटों से बंद के आह्वान की परवाह ना करते हुए 799 छात्रों ने आज पट्टन और श्रीनगर में हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लिया। यह संयुक्त प्रवेश परीक्षा सेना में जूनियर कमिशन अधिकारी और दूसरे पदों पर चयन के लिए ली गई।
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