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चार बच्चों की हत्या के दोषी को फांसी की सजा

सरकारी वकील हारू दुयारी के अनुसार पेशे से कसाई हादी को संदेह हो गया था कि उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध संबंध है।

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 10:30 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 10:35 PM (IST)
चार बच्चों की हत्या के दोषी को फांसी की सजा

जागरण संवाददाता, हावड़ा। अपने तीन मासूम बच्चों तथा साली के एक बच्चे की हत्या करने के दोषी हादी कुरैशी को उलबेडि़या महकमा अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। यह सजा मंगलवार को अतिरिक्त जिला जज शुभाशीष घोष ने सुनाई। सरकारी वकील हारू दुयारी के अनुसार पेशे से कसाई हादी को संदेह हो गया था कि उसकी पत्नी का किसी के साथ अवैध संबंध है।

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इस मुद्दे पर पति-पत्नी के बीच झगड़े भी हुए थे। इसके बावजूद उसकी पत्नी का किसी मर्द के साथ अवैध संबंध कायम रहा। इससे वह काफी नाराज था। बताया गया है कि 2011 में 14 नवंबर को इलाके में शादी समारोह था। सभी शादी में हिस्सा लेने गए थे। उस समय घर में उसके तीन मासूम बच्चे व एक साली का बच्चा सो रहा था। उसने सभी को नींद से उठाया व घूमने जाने का प्रलोभन देकर उन्हें लेकर निकल गया। उसी रात वह बच्चों को लेकर बागनान थाना अंतर्गत दामोदर नदी के किनारे गया। उन्हें नदी के किनारे सोने को कहा। गहरी नींद में आते ही सभी बच्चों को एक एक कर डूबो कर उनकी हत्या कर दी। उसे संदेह था कि उसके सभी बच्चे अवैध संबंध का नतीजा हैं।

बच्चों की हत्या करने के बाद वह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में जाकर छिप गया। बताया गया है कि रुपये कम होने से परेशान होने के बाद वह वापस पश्चिम बंगाल आ गया। उसने पूर्व मेदनीपुर जिले के कोलाघाट इलाके के एक गैरेज में फिनाइल पीकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गंभीर हालत में पुलिस ने उसे बागनान अस्पताल में भर्ती कराया। केस की जांच की जिम्मेदारी सीआइडी को सौंप दी गई। अस्पताल में स्वस्थ्य होते ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। करीब पांच वषरें तक चली सुनवाई के दौरान अदालत ने चार बच्चों की हत्या को अति नृशंस करार देते हुए इसे दुर्लभ अपराध की श्रेणी में शामिल किया। मंगलवार को अदालत ने उसे फांसी की सजा सुनाई।

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