एटा: सोरों में धर्मांतरण की साजिश विफल
धर्म नगरी सोरों में ईसाई मिशनरी की ओर से धर्मांतरण की साजिश विफल हो गई। दो दर्जन से ज्यादा वाल्मीकि परिवारों की आर्थिक दशा सुधारने व बच्चों को मुफ्त शिक्षा का झांसा देकर षड्यंत्र रचा था। वाल्मीकि समाज के ही कुछ लोगों ने सोमवार को पुलिस से शिकायत कर साजिश
जागरण संवाददाता, कासगंज। धर्म नगरी सोरों में ईसाई मिशनरी की ओर से धर्मांतरण की साजिश विफल हो गई। दो दर्जन से ज्यादा वाल्मीकि परिवारों की आर्थिक दशा सुधारने व बच्चों को मुफ्त शिक्षा का झांसा देकर षड्यंत्र रचा था। वाल्मीकि समाज के ही कुछ लोगों ने सोमवार को पुलिस से शिकायत कर साजिश का पर्दाफाश किया।
बदायूं से एक माह पहले ईसाई मिशनरी वाल्मीकि समाज के संपर्क में आईं। इस दौरान बच्चों को शिक्षा व नौकरी देकर आर्थिक स्थिति मजबूत करने के प्रलोभन देकर वाल्मीकि समाज के आधा दर्जन लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए तैयार कर लिया।
इस प्रलोभन में विनोद, अनीता, सुनहरी, मनोज फंस गए। वह सोरों में होने वाली प्रार्थना में शामिल होने लगे। बताया गया है कि सोरों के मुहल्ला बाग भीम चौक निवासी विनोद के 25 वर्षीय पुत्र प्रमोद का मानसिक संतुलन ठीक किए जाने का वादा पादरी ने कर दिया था, मगर इलाज से पहले ईसाई धर्म अपनाने की शर्त रख दी।
प्रत्येक रविवार को बदायूं से आने वाले पादरी राजीव ने प्रार्थना में आने वाले लोगों को क्रॉस देकर उनके नाम पतों की सूची तैयार कर ली। इसकी भनक वाल्मीकि समाज के जागरूक लोगों को लग गई। वे पुलिस के पास पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।
वाल्मीकि समाज के विनोद का कहना है कि ईश प्रार्थना के लिए पादरी आते थे, लेकिन साजिश पता चलते ही हमने धर्म परिवर्तन नहीं किया। आज भी हम हिंदू हैं।
धर्मांतरण की सूचना पर सक्रिय हुआ खुफिया विभाग व सोरों कोतवाली पुलिस मुहल्ला बाग भीम चौक पहुंचे। सोरों के कोतवाली प्रभारी सुरेश चंद्र ने बताया जो परिवार बताया गया था, उससे पूछताछ की गई है। परिवार ने लिखित में दिया है कि उन्होंने धर्म परिवर्तन नहीं किया। हम सतर्क हैं।
हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
ईसाइयों द्वारा हिंदुओं को गुमराह करने पर हिंदुओं में आक्रोश है। विश्व हिंदू परिषद सोरों के नेता द्वारकी तिवारी व शिव बैंदेल ने वाल्मीकि समाज के प्रभावित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने धर्म परिवर्तन की कोशिश पर आक्रोश जताया है।
इधर, कासगंज में विहिप नेताओं ने एडीएम को ज्ञापन देकर धर्म परिवर्तन कराने वाले ईसाइयों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।