तेल की चार साल पहले की कीमत लागू हो : कांग्रेस
दो राज्यों में होने वाले चुनावों से एक दिन पहले कांग्रेस ने मोदी सरकार से डीजल के रेट को चार साल पहले की स्थिति में लाने की मांग की है। इस बीच, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने साफ किया है कि आचार संहिता के मद्देनजर पेट्रोलियम पदार्थो के दाम घटाने की कोई भी कवायद 1
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। दो राज्यों में होने वाले चुनावों से एक दिन पहले कांग्रेस ने मोदी सरकार से डीजल के रेट को चार साल पहले की स्थिति में लाने की मांग की है। इस बीच, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने साफ किया है कि आचार संहिता के मद्देनजर पेट्रोलियम पदार्थो के दाम घटाने की कोई भी कवायद 19 अक्टूबर से पहले नहीं हो सकती।
कांग्रेस ने सरकार पर पेट्रोलियम पदार्थो की कीमतों पर आंख बंद रखने का आरोप लगाते हुए कहा है कि मोदी सरकार के सत्तारूढ़ होते समय एक लीटर डीजल 56 रुपये 71 पैसे में मिलता था, लेकिन वही डीजल अब 58 रुपये 97 पैसे लीटर बेचा जा रहा है। जबकि सरकार के गठन के बाद से अब तक अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीजल के दाम 15 फीसदी घट चुके हैं। ऐसे में मुनाफे की यह रकम तेल कंपनियों के बजाए जनता की जेब में जानी चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि अंतराष्ट्रीय बाजर में तेल की कीमतों में कमी के विपरीत देश में डीजल के दाम 3.9 फीसद बढ़ा दिए गए हैं। अजय कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत गिरने से तेल की कीमत करीब 88 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। इसकी वजह से देश में तेल की कीमतों में कमी आई है। लेकिन सरकार की नीतियों के कारण इसका पूरा लाभ देश की जनता को नही मिल रहा है। उन्होंने देश की पेट्रोलियम नीति को सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के समय कच्चे तेल की कीमतें 12.5 फीसद गिरी है।
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