दिल्ली में हार पर भाजपा में उठने लगे हैं विरोध के स्वर
दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार पर पार्टी में जहां आत्ममंथन का दौर चल रहा है, वहीं कई नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दिल्ली में जबरदस्त हार के लिए भाजपा नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है। तो दूसरी ओर महशूर
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार पर पार्टी में जहां आत्ममंथन का दौर चल रहा है, वहीं कई नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने दिल्ली में जबरदस्त हार के लिए भाजपा नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है। तो दूसरी ओर महशूर हास्य कलाकार व पार्टी के नेता राजू श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा का हारना जरूरी था, इससे अहंकार नहीं आता।
रमन सिंह ने मुंबई में कहा कि दिल्ली में पुराने नेता को प्रोजेक्ट न करना पार्टी की सबसे बड़ी भूल थी। इससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई। दिल्ली में खराब प्रदर्शन का यह सबसे बड़ा कारण है। लेकिन इसके अलावा भी कई कारण हैं। चुनाव में स्थानीय मुद्दों को उठाया जा सकता था। दिल्ली के चुनाव परिणाम का राष्ट्रीय राजनीति पर असर के बारे में पूछे जाने पर रमन सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इसका कोई असर होगा। आम आदमी पार्टी दिल्ली तक सीमित है और देश के अन्य हिस्सों में जनाधार बढ़ाने के लिए उन्हें काफी समर्थन जुटाना होगा। उन्होंने कहा कि पानी, बिजली और कानून व्यवस्था दिल्ली चुनाव में प्रमुख मुद्दे थे।
उधर, पिछले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले राजू श्रीवास्तव ने कहा कि दिल्ली में कहीं भी किरण बेदी का किसी से जुड़ाव नहीं दिखा। उन्हें काफी देर से लाया गया। वह आम लोगों और कार्यकर्ताओं से सीधे कनेक्ट नहीं कर सकीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पुलिसिया अंदाज में बात की। इन सारी वजहों से ही पार्टी दिल्ली में बुरी तरह हारी। सही कहा जाए तो एक बार बीजेपी का हारना जरूरी था, इससे अहंकार नहीं आता है। दोबारा काम करने के लिए नई ऊर्जा मिलती है।
दूसरी ओर, आरएसएस का मानना है कि नेतृत्व का आखिरी वक्त में अचानक लिया गया फैसला पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। संघ कार्यकर्ताओं के अनुसार, चार राज्यों में लगातार मिली सफलता से भाजपा में संतुष्टि का भाव आ गया था। इसलिए पार्टी का हकीकत से सामना होना जरूरी था।
भाजपा नेता नलिन कोहली ने कहा कि हमारी पार्टी इस बात पर विचार मंथन करेगी कि दिल्ली में हमारी हार के क्या-क्या कारण रहे। लेकिन इतना उन्होंने जरूर कहा कि जनता के मूड को समझने में अवश्य गलती हुई।