रंगदारों से तबाह कंपनी की हाईकोर्ट से गुहार
बिहार के मुख्यतमंत्री जीतन राम मांझी बिहार में निदेश लाने लंदन गए हुए हैं लेकिन उनकी निवेश नीति को एक बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। राज्य सरकार की सुरक्षा के भरोसे अपना पांव फैला रही फ्रांस की मल्टीनेशनल 'शक्यूत' की सहयोगी कंपनी 'रिद्धि-सिद्धि' रंगदारों से तबाह होकर बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी में है। स्था
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी बिहार में निदेश लाने लंदन गए हुए हैं लेकिन उनकी निवेश नीति को एक बड़ा झटका लगता दिखाई दे रहा है। राज्य सरकार की सुरक्षा के भरोसे अपना पांव फैला रही फ्रांस की मल्टीनेशनल 'शक्यूत' की सहयोगी कंपनी 'रिद्धि-सिद्धि' रंगदारों से तबाह होकर बोरिया-बिस्तर समेटने की तैयारी में है। स्थानीय पुलिस-प्रशासन से सुरक्षा नहीं मिलने से हलकान कंपनी ने पटना हाईकोर्ट में गुहार लगाई है।
यह कंपनी अहमदाबाद (गुजरात) से बिहार में अपना कारोबार चला रही है। कंपनी ने हाल में कटिहार, पूर्णिया व खगड़िया में व्यापार शुरू किया। कंपनी के महाप्रबंधक मनोज कुमार ने पटना हाईकोर्ट में आपराधिक रिट याचिका दायर कर कोर्ट को रंगदारी मामले से अवगत कराया। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता शशि एम. किशोर के मुताबिक रिद्धि-सिद्धि यहां के किसानों से प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपये का मक्का खरीदती है। कंपनी का टर्नओवर 600 करोड़ है। इसमें 2000 कर्मचारी काम करते हैं। पिछले कुछ दिनों से रंगदार एवं असामाजिक तत्वों से कंपनी परेशान है। उसका व्यापार चौपट हो रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी के कर्मचारी एवं अधिकारियों का अपहरण किया जा रहा है। तीन प्राथमिकी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस ने ऐसा कुछ नहीं किया, जिससे कंपनी को राहत मिल सके। एक घटना मानसी रेल रैक प्वाइंट की है। पिछले 23 मई को शाम चार बजे कंपनी के एक अधिकारी का अपहरण कर लिया गया। कर्मचारियों के वेतन का पांच लाख रुपया लूट लिया गया। प्राथमिकी में रणवीर यादव, चांद यादव सहित अनेक लोगों को नामजद किया गया। पुलिस ने कुछ नहीं किया।
25 अगस्त को अपराधियों ने कंपनी के कर्मचारियों पर हमला किया। यह सब आज तक चल रहा है। कंपनी का स्थानीय प्रशासन से भरोसा उठ गया है, इसलिए वह कोर्ट की शरण में आई है।
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