इलाज कराने कंबल बाबा की शरण में पहुंचे ये मंत्री, फोटो हुई वायरल
सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। तीन सप्ताह से क्षेत्र के ग्रामीण भी बाबा से इलाज करा रहे हैं।
नईदुनिया, अंबिकापुर। गुरमीत राम रहीम और आसाराम जैसे दुष्कर्मी बाबाओं की चर्चा के बीच छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा के कंबल बाबा के चक्कर में पड़ने की खबर इन दिनों सुर्खियों में है। वह इस बाबा से इलाज कराने को लेकर सोशल मीडिया में छाए हुए हैं। अपने विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान कंबल बाबा से शुगर की दवा लेते गृहमंत्री की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं।
सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि क्या गृहमंत्री अंधविश्वास को बढ़ावा देकर अपनी ही सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। हालांकि, गृहमंत्री ने स्पष्ट किया है कि क्षेत्रीय दौरे में कार्यकर्ताओं द्वारा दी गई जानकारी पर वह कंबल बाबा के पास गए थे।
दरअसल, सोमवार को छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा वाड्रफनगर क्षेत्र के दौरे पर थे। उसी दौरान उन्हें जानकारी दी गई कि ग्राम पंचायत स्याही व पंडरी में बीते तीन सप्ताह से एक कंबल वाले बाबा लोगों का इलाज कर रहे हैं। ऐसा भी दावा किया गया कि बाबा द्वारा कंबल ओढ़ाकर असाध्य लोगों का उपचार कर दिया जाता है। लकवा तक के मरीजों को बाबा कंबल ओढ़ाकर इलाज कर ठीक कर रहे हैं।
बाबा के पास शुगर की बीमारी का भी इलाज है। कार्यकर्ताओं और आमजनों की ओर से मिली जानकारी के बाद रामसेवक पैकरा ग्राम स्याही में लगे कंबल वाले बाबा के शिविर में अपनी शुगर की बीमारी का उपचार कराने पहुंच गए। उपचार की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर कंबल वाले बाबा से उनके द्वारा उपचार कराने की तस्वीर वायरल होते ही तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी। पूरे दिन यह चर्चा का विषय बना रहा।
बात यह भी निकली कि शुगर की बीमारी ठीक करने के लिए इलाज के नाम पर कंबल वाले बाबा ने गृहमंत्री को शुगर बीमारी से मुक्ति के लिए दवा के रूप में शक्कर ही दिया। इस मसले को लेकर गृहमंत्री रामसेवक पैकरा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि क्षेत्र के दौरे के दौरान जानकारी मिलने पर उत्सुकतावश वह वहां गए थे। इसका यह मतलब नहीं निकालना चाहिए कि उन्होंने इलाज की बाबा की तरकीब को अपना लिया है। बाबा द्वारा निशुल्क उपचार किया जाता है। लोग बीमारियों से ठीक होने का दावा भी कर रहे हैं। यह तो आस्था का सवाल है।
आसाराम या राम रहीम के पास तो नहीं गए : राजवाड़े
उधर, राज्य के श्रम मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने पैकरा का बचाव करते हुए विवादास्पद बयान दे डाला। उनका कहना था कि मंत्री शुगर का इलाज कराने कंबल वाले बाबा के पास गए थे। आसाराम या फिर राम रहीम जैसे बाबाओं के पास नहीं गए थे। वैसे भी उनकी अपनी मर्जी है। जहां चाहे इलाज करा सकते हैं। तंत्र-मंत्र व झाड़-फूंक भी करा सकते हैं। यह उनका निजी मामला है।
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