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सीबीएसई ने लागू की पुनर्मूल्यांकन व्यवस्था

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन [सीबीएसई] इस बार छात्रों को पुनर्मूल्यांकन की सुविधा देने जा रहा है। इससे न केवल छात्र अपनी कॉपियां ने केवल देख सकेंगे बल्कि उनको दोबारा चेक भी करा सकेंगे। सीबीएसई ने मूल्यांकन में और पादर्शिता लाने के लिए यह व्यवस्था लागू की है। सुप्रीम कोर्ट पहले ही छात्रों को

By Edited By: Published: Fri, 04 Apr 2014 01:26 AM (IST)Updated: Fri, 04 Apr 2014 01:29 AM (IST)

बरेली [जासं]। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन [सीबीएसई] इस बार छात्रों को पुनर्मूल्यांकन की सुविधा देने जा रहा है। इससे न केवल छात्र अपनी कॉपियां ने केवल देख सकेंगे बल्कि उनको दोबारा चेक भी करा सकेंगे। सीबीएसई ने मूल्यांकन में और पादर्शिता लाने के लिए यह व्यवस्था लागू की है।

सुप्रीम कोर्ट पहले ही छात्रों को उत्तर पुस्तिकाएं देखने का अधिकार दे चुका है। कॉपी की एक फोटो कॉपी छात्र प्राप्त कर सकता है। सीबीएसई ने हाल ही में मूल्यांकन में पादर्शिता लाने के लिए एक और कदम बढ़ाते हुए कॉपी मूल्यांकन ऑनलाइन कर दिया ताकि मूल्यांकन प्रक्रिया को मॉनीटर किया जा सके। छात्र भी अपनी कॉपी का देख सकें लेकिन अब सीबीएसई ने इस प्रक्रिया में एक और कदम आगे बढ़ाया है पुनर्मूल्यांकन का, इसके माध्यम से छात्र अपनी उत्तर पुस्तिकाएं का पुनर्मूल्यांकन करा सकेगा। यह व्यवस्था अंग्रेजी, हिंदी, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में लागू होगी। इन विषयों के लिए सीबीएसई ने प्रश्नों की संख्या भी निर्धारित की है, उतने प्रश्नों का ही मूल्यांकन कराया जा सकेगा। इंडिपेंडेंस स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष और अल्मा मातेर स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी राजीव ढींगरा ने बताया कि यह व्यवस्था मूल्यांकन में और पादर्शिता लाएगी।

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