नशे पर कैप्टन अमरिंदर की अमित शाह को ललकार
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता व पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को अमृतसर में नशे के मुद्दे पर ललकार रैली कर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को ललकारा। कैप्टन ने कहा कि वह नशे के मुद्दे पर दोगली नीति अपनाकर 22 जनवरी की रैली दिल्ली चुनाव के
जेएनएन, अमृतसर। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता व पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को अमृतसर में नशे के मुद्दे पर ललकार रैली कर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को ललकारा। कैप्टन ने कहा कि वह नशे के मुद्दे पर दोगली नीति अपनाकर 22 जनवरी की रैली दिल्ली चुनाव के बहाने रद कर भाग गए हैं, जबकि वह कल बिहार में रैली कर रहे थे।
रणजीत एवेन्यू में आयोजित रैली में कैप्टन ने कहा कि एक तरफ भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में पंजाब के नशे की चिंता जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पंजाब में नशा बेचने वाले अकालियों के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रधान अमित शाह को अगर पंजाब में नशे के मुद्दे पर बहस या रैली करनी है तो पहले वह अकाली दल से गठबंधन तोड़ें। अकाली नेता नशे के सौदागर बन गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय खाद्य निगम को बंद करने का षड्यंत्र कर रही है। सरकार ने ऐसा किया तो पंजाब के किसानों का गेहूं व धान कौन खरीदेगा।
रैली में जहां ड्रग का मुद्दा गूंजा, वहीं कैप्टन ने पार्टी को अपने पक्ष में खड़ा कर जबरदस्त शक्ति प्रदर्शन किया। रैली में 30 विधायक, 20 पूर्व विधायक, एक सांसद, 15 जिला कांग्रेस अध्यक्षों के अलावा करीब 35 हजार कार्यकर्ताओं को इकट्ठा कर कैप्टन ने पंजाब कांग्रेस प्रधान प्रताप सिंह बाजवा की प्रधानगी पर सवालिया चिन्ह लगा दिया। यही नहीं मंच से सभी वक्ताओं व नेताओं ने 2017 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कैप्टन को अगुवाई देने की मांग उठाई। हालांकि कैप्टन के शक्ति प्रदर्शन में बाजवा व राजिंदर कौर भट्ठल का धड़ा गैरहाजिर रहा।
शक्ति प्रदर्शन में उन्होंने कांग्रेस हाईकमान को बता दिया है कि पंजाब कांग्रेस बाजवा के साथ नहीं बल्कि मेरे साथ खड़ी है। रैली में कैप्टन को सभी कांग्रेसी नेताओं ने जहां 2017 के विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री के पद तक का दावेदार बताया।