'हम पर सवाल उठाने वाले लोग बेल्ट-जूता छोड़, पहनें खड़ाऊं'
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा सत्र के दौरान पशु वधशाला के विरोध में भाजपा के हंगामे पर तीखा पलटवार किया है। कहा कि 'चमड़े के महंगे जूते, बेल्ट पहनने वाले लोग समाजवादी सरकार पर सवाल उठाने से पहले खड़ाऊं पहनना शुरू क्यों नहीं करते। चमड़ा उद्योग बंद करा दें।' भाजपा
राज्य ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा सत्र के दौरान पशु वधशाला के विरोध में भाजपा के हंगामे पर तीखा पलटवार किया है। कहा कि 'चमड़े के महंगे जूते, बेल्ट पहनने वाले लोग समाजवादी सरकार पर सवाल उठाने से पहले खड़ाऊं पहनना शुरू क्यों नहीं करते। चमड़ा उद्योग बंद करा दें।' भाजपा के नाम लिये बगैर उन्होंने कहा कि ये 'चालू लोग' जनता को गुमराह करने के हर दिन नए तरीके तलाशते हैं।
मुख्यमंत्री गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शहरी पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) व स्वास्थ्य की कई अन्य योजनाएं शुरू करने बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के लिए सरकार किसानों को धमकाकर नहीं बल्कि पर्याप्त मुआवजा और सुविधाएं देकर जमीन ले रही है। इस एक्सप्रेसवे के करीब अनाज, आलू, दूध व सब्जी की मंडी बनायी जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में उप्र ही सबसे अधिक आलू उत्पादित करता है। मंडी से किसानों को लाभ मिलेगा, महंगाई भी कम होगी।
पूर्ववर्ती बसपा सरकार को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा कि उस समय एक हाईवे बनाने पर बड़ी संख्या में किसानों पर मुकदमा कायम किया गया था। किसानों की जमीन भी गयी और वे मुकदमे भी झेल रहे हैं।
मीडिया पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि बदायूं कांड ने मीडिया की भूमिका पर स वाल खड़ा किया है। उस समय दिल्ली और नोएडा में बैठे कुछ लोगों के दबाव में तथ्य परखे बगैर सरकार की दूसरे देशों तक बदनामी करायी गयी। तब सरकार की बात भी सामने नहीं रखी गयी। अब सीबीआइ सच सामने ला रही है तब सब चुप्पी साधे हैं। ऐसे ही सरकार के अच्छे कामों को स्थान नहीं मिलता, अलबत्ता थोड़ी सी गलती हेडलाइन बनती है। यह सुनियोजित तरीके से हो रहा है।
इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने कहा कि सरकार अच्छा काम कर रही है। 1200 आशा बहुओं को प्रोन्नत करने जा रही है। ज्यादातर आशा बहुएं अच्छा काम कर रही हैं लेकिन कुछ आशा बहुएं मरीजों को नर्सिग होम पहुंचा रही हैं। ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। कठोर कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य राज्य मंत्री शंखलाल माझी, नितिन अग्रवाल, मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अरविंद कुमार ने भी स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी।
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