Move to Jagran APP

पूर्वोत्तर की जैव-विविधता से अब परिचित होगी पूरी दुनिया

डॉ हर्षव‌र्द्धन ने बताया कि पिछले तीन सालों में नार्थ-ईस्ट में उनके मंत्रालय ने दिए गए बजट का लगभग शत-प्रतिशत इस्तेमाल किया है।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 20 Sep 2017 08:44 PM (IST)Updated: Wed, 20 Sep 2017 08:44 PM (IST)
पूर्वोत्तर की जैव-विविधता से अब परिचित होगी पूरी दुनिया
पूर्वोत्तर की जैव-विविधता से अब परिचित होगी पूरी दुनिया

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। उत्तर पूर्व की जैव-विविधता से अब पूरी दुनिया परिचित होगी। केंद्र सरकार ने इसके संरक्षण और खोज के लिए एक व्यापक अभियान शुरु किया है, इसके तहत इस क्षेत्र में पाई जाने वाली वनस्पतियों के औषधीय गुणों का पता लगाया जाएगा, साथ ही जिन वनस्पतियों के गुणों के बारे में पहले से जानकारी है, उन्हें संरक्षित कर बड़े पैमाने पर उगाने की पहल होगी।

loksabha election banner

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षव‌र्द्धन ने बुधवार को पूर्वोत्तर को लेकर उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि प्राकृतिक संपदा से भरे इस क्षेत्र की एक बड़ी पहचान यहां पाई जाने वाली दुर्लभ वनस्पतियां है, जो औषधीय गुणों से युक्त है। इनमें से कई ऐसी वनस्पतियां है, जिनके बारे में लोगों को ज्यादा पता नहीं है।

अभियान में ब्रह्मपुत्र नदी को भी शामिल किया है, जो जैव-विविधता के मामले में दुनिया में सबसे ज्यादा समृद्ध मानी जाती है। यही वजह है कि इसके अध्ययन के लिए कुछ अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं से युक्त कुछ नावें तैयार की जा रही है, जो नदी के किनारों पर पाए जाने वाले औषधियों पौधों का पता लगाएगी। इसे बी-4(ब्रह्मपुत्र बायोडायवर्सिटी बायोलाजी बोट) नाम दिया गया है।

एक सवाल के जबाव में डॉ हर्षव‌र्द्धन ने बताया कि पिछले तीन सालों में नार्थ-ईस्ट में उनके मंत्रालय ने दिए गए बजट का लगभग शत-प्रतिशत इस्तेमाल किया है। इस साल भी आवंटित किए गए 180 करोड़ में से अब तक 120 करोड़ रुपए खर्च हो चुके है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इस सभी प्रोजेक्ट पर नार्थ-ईस्ट क्षेत्र विकास मंत्रालय भी पूरी नजर रखे हुए है।

यह भी पढ़ें: शोध-अनुसंधान: खुल गई दुश्मन वनस्पतियों के खात्मे की राह


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.