विवादों में घिरे बीएचयू के कुलपति भेजे जा सकते है छुट्टी पर
मानव संसाधन मंत्रालय में इसे लेकर हलचल तेज हुई है। हालांकि इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं कर रहा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। विवादों से घिरे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी को लंबी छुट्टी पर भी भेजा जा सकता है। मानव संसाधन मंत्रालय में इसे लेकर हलचल तेज हुई है। हालांकि इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। लेकिन जिस तरीके से मंत्रालय ने कुलपति के कार्यकाल सहित बढ़ते विवादों से बचने के लिए सक्रियता दिखाई है, उससे साफ है कि कोई बड़ा फैसला हो सकता है।
इस पूरे मामले को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय में हलचल उस समय बढ़ी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह दोनों ने ही बीएचयू विवाद को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दिए। सूत्रों की मानें तो इसके बाद तो मंत्रालय के आला अफसरों की एक बैठक तलब की गई। जिसमें इस विवाद से जुड़ी सारी जानकारी मांगी गई। इस मामले में मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी विश्वविद्यालय के कुलपति से बात की।
हालांकि मंत्रालय के अफसरों से बातचीत में उन्होंने अपने ऊपर लगने वाले आरोपों को गलत बताया है और कहा कि वह छात्राओं की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए खुद भी अपने स्तर पर काम कर रहे है। कुलपति का कार्यकाल भी दो महीने के बाद यानी 26 नवंबर को खत्म हो रहा है। सूत्रों की मानें तो इस बीच कुलपति को हटाने की बात हुई, लेकिन बीएचयू एक स्वायत्त विश्वविद्यालय है, ऐसे में वहां के कुलपति को हटाना आसान काम नहीं है। जिसके बाद दूसरे विकल्पों पर विचार किया गया।
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