भाजपा ने सोनिया-मनमोहन से पूछे पांच सवाल
संजय बारू की किताब में किए गए खुलासे पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। इस सिलसिले में भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पांच सवालों का जवाब मांगा है। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस से इन सवालों का जवाब सुनना चाहती है।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। संजय बारू की किताब में किए गए खुलासे पर भाजपा ने कांग्रेस पर हमला तेज कर दिया है। इस सिलसिले में भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पांच सवालों का जवाब मांगा है। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि देश की जनता कांग्रेस से इन सवालों का जवाब सुनना चाहती है।
सवालों की सूची पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने सोनिया गांधी को यह बताने को कहा है कि क्या कैबिनेट की फाइलें उनके पास भेजी जाती थीं, जैसा कि प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार की किताब में दावा किया गया है। क्या सियाचिन के मुद्दे पर उनके साथ तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल जेजे सिंह का कोई गुप्त समझौता हुआ था। इसके साथ ही तीन सवाल सीधे प्रधानमंत्री से पूछे गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री द्वारा खुफिया ब्यूरो की ब्रीफिंग बंद करना शामिल है। यदि यह सही है तो मनमोहन सिंह ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे। क्या यह देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ समझौता नहीं है।
भाजपा ने संप्रग सरकार के दौरान हुए भ्रष्टाचार के लिए सोनिया गांधी के जिम्मेदार होने का संकेत देते हुए प्रधानमंत्री से जानना चाहा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा मंत्री चुनने के प्रधानमंत्री के अधिकार का हनन किया गया था और 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के आरोपी ए राजा को उन्हीं के निर्देश पर मंत्री बनाया गया था। भाजपा ने सवाल उठाया है कि क्या संप्रग सरकार में 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन, राष्ट्रमंडल खेल और कोयला घोटाला प्रधानमंत्री के कामकाज में इसी दखल का नतीजा तो नहीं था। निर्मला सीतारमण ने कहा कि संजय बारू की किताब में प्रधानमंत्री के कामकाज पर कई अहम सवाल उठाए गए हैं और इनका स्पष्टीकरण दिया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में सरकार की विफलता पर जनता जवाब मांग रही है।