अभिनेता अनुपम के नेतृत्व में निकला 'मार्च फॉर इंडिया', राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
साजिश के तहत देश में असहिष्णुता का माहौल बनाने के खिलाफ फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के नेतृत्व में भारत माता की जय के नारे के साथ मार्च फॉर इंडिया शुरू हुआ। दिल्ली में आज बड़ी संख्या में कलाकार, साहित्यकार और अभिनेताओं ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया। इसके बाद प्रतिनिधि
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। साजिश के तहत देश में असहिष्णुता का माहौल बनाने के खिलाफ फिल्म अभिनेता अनुपम खेर के नेतृत्व में भारत माता की जय के नारे के साथ मार्च फॉर इंडिया शुरू हुआ। दिल्ली में आज बड़ी संख्या में कलाकार, साहित्यकार और अभिनेताओं ने राष्ट्रपति भवन तक मार्च किया। इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने ऱाष्ट्रपति से मुलाकात कर अपना ज्ञापन सौंपा।
इस मार्च के दौरान कुछ लोगों ने हाय-हाय के नारे लगाना शुरू कर दिया तो अनुपम खेर ने लोगों से अपील की कि वे ऐसा ना करें। अनुपम खेर ने कहा कि वे इस प्लेटफॉर्म पर किसी की बुराई करने के लिए इकट्ठा नहीं हुए हैं।अनुपम खेर ने कहा कि लोग मार्च फॉर इंडिया का नारा लगाएं।
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आपको बता दें कि ये सभी लोग दिल्ली के नेशनल म्यूजियम के सामने इकट्ठा हुए। इस दौरान अनुपम खेर ने लोगों से अपील की थी कि पद यात्रा के दौरान किसी के खिलाफ नारेबाजी ना की जाए।
साथ ही साथ अनुमप ने कहा था लोग कह रहे हैं कि वो सरकार के समर्थन में ये मार्च निकाल रहे हैं लेकिन इस बात पर गौर करना चाहिए कि सत्ता में जो सरकार है उससे उन्हें कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वो किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नहीं करते हैं। इस मार्च के जरिए वो ये बताना चाहते हैं कि भारत एक सहिष्णु देश है।
अवॉर्ड वापस करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए अभिनेता ने कहा कि जब देश में आपातकाल लगा था और जब सिख दंगे हुए थे उस समय इन लोगों को असहिष्णुता नहीं दिखी थी।
पुरस्कार लौटाने के खिलाफ खुलकर सामने आए अनुपम खेर ने फिल्मकारों को ललकाराते हुए कहा कि कोई उन्हें फिल्म दे या न दे, वे देश के लिए काम करेंगे। अपने पक्ष पर कायम रहते हुए खेर ने कहा है कि वे देश को पेशे से ऊपर समझते हैं।
मार्च फॉर इंडिया में लोक गायिका मालिनी अवस्थी, भजन गायक अनूप जलोटा, उस्ताद वसीफुद्दीन डागर, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर, प्रियदर्शन, नीतिन देसाई, नीरज वोहरा, अभिनेता विवेक ओबेराय, कलाकार मनोज जोशी, साहित्यकार नरेंद्र कोहली, अच्युतानंद मिश्र और कवि गजेंद्र सोलंकी के शामिल हुए हैं।
सम्मान वापसी के खिलाफ इस अभियान को कई पद्म पुरस्कार पाने वाले कलाकारों का समर्थन भी हासिल है, जो इस मार्च में शामिल नहीं होंगे। लेकिन राष्ट्रपति को सौंपे जाने वाले ज्ञापन पर उनका भी हस्ताक्षर होगा। इनमें बिरजू महाराज, पंडित हरिप्रसाद चौरसिया, पंडित राजन-साजन मिश्र, सोनल मानसिंह, सरोज वैद्यनाथन, गीतकार प्रसून जोशी, फिल्म निर्देशक शेखर कपूर, फिल्म अभिनेता कलम हासन शामिल है।
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अनुपम खेर ने साफ कर दिया है कि वे देश की छवि खराब करने के लिए की जा रही साजिश के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि उनके पक्ष से असहमत होकर उनके कई मित्र उन्हें अपनी फिल्मों में काम देना बंद कर सकते हैं। लेकिन, उन्हें इससे फर्क नहीं पड़ता है। खेर के अनुसार देश, काम से ऊपर है।