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ब्रिगेड ऑफ द गा‌र्ड्स के अवैतनिक कर्नल बने जनरल सुहाग

सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने शनिवार को ब्रिगेड ऑफ द गा‌र्ड्स के अवैतनिक कर्नल की कमान संभाल ली। उन्हें ब्रिगेड का बैनर सौंपने की रस्म रेजिमेंट के कर्नल व दक्षिणी कमान के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह के साथ सेना प्रशिक्षण कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल संजीव मधोक ने निभाई।

By Sachin kEdited By: Published: Sun, 19 Oct 2014 06:10 AM (IST)Updated: Sun, 19 Oct 2014 06:10 AM (IST)

नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने शनिवार को ब्रिगेड ऑफ द गा‌र्ड्स के अवैतनिक कर्नल की कमान संभाल ली। उन्हें ब्रिगेड का बैनर सौंपने की रस्म रेजिमेंट के कर्नल व दक्षिणी कमान के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अशोक सिंह के साथ सेना प्रशिक्षण कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल संजीव मधोक ने निभाई।

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क्या है ब्रिगेड ऑफ द गा‌र्ड्स:

देश जब आजाद हुआ, उस समय अंग्रेजों द्वारा स्थापित व्यवस्था के तहत सेना में खासतौर पर पैदल सेना व बख्तरबंद यूनिट के बीच प्योर क्लास और मिक्सड क्लास के रूप में भेदभाव किया जाता था। यानी पैदल सेना को बख्तरबंद यूनिट के मुकाबले कमतर करके आंका जाता था।

यह भेदभाव कंपनी स्तर तक चलता था। कंपनी से नीचे के सैनिक एक-दूसरे के क्लास में शामिल नहीं हो सकते थे। इस भेदभाव को दूर कर राष्ट्रीय एकता की भावना विकसित करने के लिए भारतीय सेना के तत्कालीन कमांडर इन चीफ जनरल केएम करियप्पा ने ब्रिगेड ऑफ द गा‌र्ड्स नाम से एक नए रेजिमेंट की स्थापना की।

इस रेजिमेंट में सेना के सभी क्लॉस के बड़े अधिकारियों से लेकर जवान स्तर तक सैनिकों को शामिल किया गया। साथ ही, इसको ब्रिटिश सेना की प्रतिष्ठित कोल्डस्ट्रीम गा‌र्ड्स की तर्ज पर विकसित किया गया। उसी आधार पर इससे सेना प्रमुख के जुड़ने की पंरपरा भी शुरू हुई।

पढ़ें: अवैध थी सुहाग पर कार्रवाई

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