सोनिया संसद में उठाएंगी किसानों की समस्या
बीते दिनों बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गिरदावरी न होने और मुआवजे की घोषणा नहीं किए जाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज को संसद में उठाएंगे और संसद से सड़क तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे।
पानीपत, जागरण न्यूज नेटवर्क। बीते दिनों बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने पहुंची कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गिरदावरी न होने और मुआवजे की घोषणा नहीं किए जाने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज को संसद में उठाएंगे और संसद से सड़क तक इसकी लड़ाई लड़ेंगे।
एक दिवसीय दौरे के अंतिम पड़ाव पर कांग्रेस अध्यक्ष करनाल के बड़ागांव व डबकौली गांव पहुंची। उनके साथ प्रदेश प्रभारी शकील अहमद, पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व मंत्री कुमारी सैलजा तथा राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के अलावा प्रदेश के कई नेता भी थे। यहां नेवल हवाई पट्टी से सोनिया का काफिला बड़ागांव में पहुंचा और इसके बाद डबकौली गांव गया। वहां उन्होंने बरसात से प्रभावित फसलों का जायजा लिया और किसानों से बातचीत की। किसानों ने कहा कि उनकी फसल बरसात की वजह से बर्बाद हो गई, लेकिन प्रदेश सरकार ने अभी तक उनकी सुध नहीं ली है। कुछ किसानों ने कहा कि उन्होंने ठेके पर जमीन ली हुई है। ऐसे में वह और भी कर्ज नीचे दब गए हैं।
सोनिया ने कहा कि केंद्र व प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होती तो वह किसानों की यह दुर्दशा नहीं होने देतीं। प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को मुआवजा देना केंद्र व प्रदेश सरकार का दायित्व है, लेकिन अफसोस की बात है कि सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है। इससे पहले सोनिया ने भिवानी, झज्जर व रेवाड़ी के विभिन्न गांवों का दौरा किया। रेवाड़ी से सड़क मार्ग के जरिये दोपहर एक बजकर 31 मिनट पर झज्जर के मुबारकपुर गांव पहुंची और चार मिनट बाद ही रवाना हो गईं। उनका भाषण एक मिनट से भी कम समय में सिमट गया। इससे पहले उन्होंने लोहारू (भिवानी) हलके के बारवास, बसीरवास, गागड़वास इत्यादि गांवों का दौरा किया तथा किसानों की पीड़ा सुनी। बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। वह प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार से अपील करती हैं कि वह किसानों की मदद करे।
कड़े सुरक्षा घेरे को तोड़कर सोनिया कई बार किसानों के बीच पहुंचीं। गुरावड़ा में सोनिया ने यह कहकर दीपेंद्र हुड्डा समर्थकों को खुश कर दिया कि दीपेंद्र ने संसद में भी किसानों की आवाज उठाई है।
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