..और बिगड़ी राजा रानी की कहानी
राजघराने की रार में पारिवारिक सदस्यों की जुबानी जंग और तल्ख हो गई है। मंगलवार देर रात डा. संजय सिंह के पुत्र अनंत विक्रम सिंह की बहन व मध्य प्रदेश के झाबुआ स्टेट की रानी महिमा सिंह ने भूपति भवन के बाहर हुए पुलिस-पब्लिक संघर्ष के लिए डा.संजय सिंह व अमीता के साथ प्रदेश सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया।
अमेठी। राजघराने की रार में पारिवारिक सदस्यों की जुबानी जंग और तल्ख हो गई है। मंगलवार देर रात डा. संजय सिंह के पुत्र अनंत विक्रम सिंह की बहन व मध्य प्रदेश के झाबुआ स्टेट की रानी महिमा सिंह ने भूपति भवन के बाहर हुए पुलिस-पब्लिक संघर्ष के लिए डा.संजय सिंह व अमीता के साथ प्रदेश सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया। महिमा ने सपा सरकार पर अमीता की मदद करने और उनकी मां व भाई को प्रताड़ित करने का भी आरोप मढ़ा। महिमा ने कहा कि रविवार को महल के बाहर जो भी हुआ वह बहुत दुखद है। उनके भाई को फंसाने की साजिश रची गई। डा.संजय सिंह व अमीता के लोगों ने सिपाही की हत्या कर दी और दोष भाई व उनके समर्थकों पर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि यह सब उपचुनाव के बाद हुआ क्योंकि संजय सिंह के मित्र मुलायम सिंह ने तय कर रखा था कि चुनावों के बाद मां व भाई को भूपति भवन से बाहर करा के वहां अमीता का कब्जा करा दिया जाए। महिमा ने अमीता पर कई और आरोप भी लगाए। उन्होंने सैयद मोदी हत्याकांड की फाइल दोबारा खोले जाने की मांग की।
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तहसील दिवस छोड़ दौड़े अफसर
तहसील दिवस में पीड़ितों की फरियाद सुन रहे जिले के अधिकारी डा.संजय सिंह व अमीता के एक बुलावे पर उनसे मिलने दौड़ पड़े, जबकि सैकड़ों फरियादी अपनी व्यथा बताने को अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। घटनाक्रम के अनुसार डीएम जगतराज और एसपी हीरालाल एक-एक कर लोगों की फरियाद सुन रहे थे। तभी करीब साढ़े 11 बजे डीएम के पास एक फोन आया तो वह एसपी के कान में फुसफुसाए और फिर कुछ क्षणों में एसपी समेत डीएम अपने कैंप कार्यालय जा पहुंचे जहां करीब साढ़े 12 बजे डा.संजय सिंह और अमीता भी आ गए। संजय सिंह के आने के कुछ देर पहले ही अमेठी के एसडीएम आरडी राम भी पहुंच चुके थे। तीनों अधिकारियों के साथ सवा घंटे बंद कमरे में बैठक करने के बाद करीब पौने दो बजे संजय व अमीता मुस्कराते हुए बाहर निकले। संजय, अमीता व अधिकारीगण इस मुलाकात पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए।
अनंत की गिरफ्तारी की अटकलें
अमीता के साथ डा.संजय सिंह की डीएम और एसपी से मुलाकात के बाद अब किसी भी वक्त अनंत विक्रम सिंह की गिरफ्तारी की अटकलें तेज हो गई हैं। अनंत ने कहा कि जब लोग उनके लिए पुलिस की बर्बरता सह रहे हैं तो वह भी जेल चले जाएंगे। अमेठी पुलिस ने रविवार को हुए खूनी संघर्ष में अनंत विक्रम सिंह को षड़यंत्रकारी मानते हुए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। अनंत ने कहा कि जनता में महाराज और अमीता के इशारे पर प्रशासन ने दहशत भर दी है। लोग घर छोड़कर भाग गए हैं।
एसपी हीरालाल ने कहा कि घटना में जो भी दोषी हैं उन पर एनएसए तक की कार्रवाई होगी। गांव के लोग सहयोग करें।
जनता से बदसलूकी पर आक्रोश
रामनगर और कटरा गांवों में पुलिस उपद्रव से सहमे लोगों को मंगलवार को अधिवक्ता संघ, कांग्रेस व भाजपा के स्थानीय नेताओं का समर्थन मिला। अधिवक्ता संघ व कांग्रेसियों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।