कैप्टन ने की गेहूं के समर्थन मूल्य में मामूली वृद्धि की आलोचना
लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को गेहूं के समर्थन मूल्य में मामूली सी वृद्धि को
चंडीगढ़। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को गेहूं के समर्थन मूल्य में मामूली सी वृद्धि को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राजग सरकार पर किसानों की दुर्दशा को लेकर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि गेहूं के समर्थन मूल्य में मात्र 50 रुपये की वृद्धि से यह साबित हो गया कि राजग सरकार किसानों के प्रति कितनी असंवेदनशील है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 16 साल जिसमें 10 साल संप्रग और 6 साल राजग का शासन रहा का अगर तुलानात्मक अध्ययन किया जाए तो कांग्रेसनीत संप्रग सरकार का शासन भाजपानीत राजग सरकार से काफी बेहतर रहा है।
कैप्टन ने कहा कि केंद्र में कांग्रेसनीत संप्रग सरकार के शासनकाल में धान और गेहूं का समर्थन मूल्य औसत 70 रुपये प्रतिवर्ष रहा है, जबकि भाजपानीत राजग के शासनकाल में 1998 से 2004 के बीच यह औसत केवल मात्र 11 रुपये रहा। कैप्टन ने कहा संप्रग ने अपने शासनकाल में गेहूं का समर्थन मूल्य में 710 रुपये और धान में 750 रुपये की वृद्धि की थी। वहीं, राजग के छह वर्ष के शासनकाल में गेहूं के समर्थन मूल्य में मात्र 80 रुपये और धान में 70 रुपये की वृद्धि हुई थी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बुधवार को रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य [एमएसपी] की घोषणा की। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने गेहूं का एमएसपी 50 रुपये बढ़ाकर 1,450 रुपये प्रति क्विंटल किया। जबकि चने की कीमत में 75 रुपये की वृद्धि की गई है।