पहले इजरायल की होती थी बात,अब हमारी सेना की दुनिया में चर्चा: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सरहदी राज्यों पंजाब और हिमाचल प्रदेश के दौरे पर थे। वीरों की धरती मंडी में सेना की शौर्यगाथा का वर्णन किया और कांग्रेस को निशाने पर रखा।
जेएनएन, नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुलाम कश्मीर में भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक की तुलना अपने दुश्मनों के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों से की। कहा-'हमारी सेना ने साबित कर दिया कि वह किसी से कम नहीं है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को सरहदी राज्यों पंजाब और हिमाचल प्रदेश के दौरे पर थे। वीरों की धरती मंडी में सेना की शौर्यगाथा का वर्णन किया और कांग्रेस को निशाने पर रखा। औद्योगिक नगरी लुधियाना में देश के लघु और सूक्ष्म उद्यमियों को बदलाव लाने के लिए आगाह किया। एससी-एसटी हब की लांचिंग करते हुए कहा कि अब दलित नौकरी के लिए कतार में खड़ा नहीं होगा, बल्कि वह अन्य लोगों को नौकरियां देगा।
सबसे तेज बढ़ रही है भारत की इकनॉमी, विश्व अर्थ व्यवस्था को भी दी मजबूती : मोदी
देशभर में सेना के पराक्रम की चर्चा
मंडी में तीन पनबिजली परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद जनसमुदाय को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा-'इन दिनों देशभर में हमारी सेना के पराक्रम की चर्चा हो रही है। पहले इस तरह की कार्रवाइयों के लिए इजरायल की ही चर्चा हुए करती थी। पूरे देश ने देख लिया कि भारतीय सेना किसी से कम नहीं है।' काबिलेगौर है कि दुश्मन राष्ट्रों और आतंकी संगठनों के खिलाफ सैन्य कार्रवाइयों के लिए इजरायल पूरी दुनिया में जाना जाता है।
कांग्रेस पर कटाक्ष
हिमाचल का शायद ही ऐसा कोई घर होगा जहां से सेना में कोई फौजी न हो। इसको ध्यान में रखते हुए मोदी ने कहा कि हिमाचल को देवभूमि के रूप में तो जानते ही हैं। लेकिन यह वीरों की भूमि भी है जिसे वह सलाम करते हैं। मोदी ने कांग्रेस राज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वह लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार कर रहे थे तो कभी नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्हें पीएमओ में पुरातत्व विभाग खोलना पड़ेगा। उनका इशारा पूर्व कांग्रेस सरकारों की ओर था, जिनके कार्यकाल में 40 से 50 साल पहले किसी परियोजना का शिलान्यास हो जाता था, लेकिन वे फाइलों में दबी रहती थीं। मोदी ने नंगल-तलवाड़ा रेललाइन का जिक्र कर कहा कि 1981 में यह परियोजना 34 करोड़ रुपये से बननी थी, लेकिन आज इसकी लागत 2100 करोड़ से पार हो चुकी है। पत्थर लगा देने से विकास नहीं होता है, इसके लिए काम करना पड़ता है। एक दशक पहले भानुपल्ली रेल परियोजना का प्रस्ताव तैयार किया गया, लेकिन 3000 करोड़ रुपये की योजना पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
एससी-एसटी हब लांच
प्रधानमंत्री मोदी ने मंडी के बाद लुधियाना में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (पीएयू) परिसर में एमएसएमई मंत्रालय की ओर से लघु और सूक्ष्म उद्यम को दिए जाने वाले अवार्ड समारोह को संबोधित किया। यह पहला अवसर था जब यह समारोह दिल्ली से बाहर किसी अन्य राज्य में आयोजित हुआ। प्रधानमंत्री ने रिमोट कंट्रोल से एससी-एसटी हब और जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट स्कीमों को भी लांच किया। समारोह में 500 महिलाओं को चरखे भी वितरित किए गए।
SC ने कर्नाटक से कहा, अगले आदेश तक तमिलनाडु को पानी देना जारी रखे