नीतीश ने किया दोस्ती का अपमान : आडवाणी
बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पहली बार भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने खुलकर हमला बोला। कहा, नीतीश कुमार ने दोस्ती का अपमान किया है। इसका खामियाजा लोकसभा चुनाव में जदयू को मिल जाएगा। बांका जिले में आयोजित जनसभा में आडवाणी ने कहा, नीतीश का हाल भी पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की तरह होगा। जबकि कटिहार की सभा में उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह अब तक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री रहे हैं। कांग्रेस को इस बार वर्ष 1
भागलपुर [जागरण न्यूज नेटवर्क]। बिहार में भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर पहली बार भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने खुलकर हमला बोला। कहा, नीतीश कुमार ने दोस्ती का अपमान किया है। इसका खामियाजा लोकसभा चुनाव में जदयू को मिल जाएगा। बांका जिले में आयोजित जनसभा में आडवाणी ने कहा, नीतीश का हाल भी पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की तरह होगा। जबकि कटिहार की सभा में उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि मनमोहन सिंह अब तक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री रहे हैं। कांग्रेस को इस बार वर्ष 1977 से भी ज्यादा बुरी हार का सामना करना पड़ेगा। जब इंदिरा गांधी की इमरजेंसी से नाराज लोगों ने जनता पार्टी को सत्ता सौंपी थी।
आडवाणी ने बांका के भेड़ामोड़ में पार्टी प्रत्याशी पुतुल कुमारी और कटिहार के कुरसेला में निखिल कुमार चौधरी के समर्थन में जनता से वोट की अपील की। उन्होंने मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की किताब का हवाला देते हुए कहा, प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार को रोकने में नाकाम रहे। देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर आरोप लगाया कि उन्होंने चीन पर भरोसा और अपने सैनिकों की उपेक्षा की थी। जिसके चलते देश वर्ष 1962 की लड़ाई हार गया था। वाजपेयी जी के छह साल के कार्यकाल में कभी अंगुली नहीं उठी। उन्होंने महंगाई को रोका और लोकतंत्र की रक्षा की। दुनिया को स्तब्ध करते हुए परमाणु परीक्षण कर भारत का लोहा मनवाया। भाजपा ने हमेशा सहयोगियों का साथ दिया और कभी उनकी आलोचना नहीं की। लेकिन नीतीश कुमार ने साथ छोड़ने के बाद भाजपा की आलोचना की।