Move to Jagran APP

आतंकियों के साथ मिलकर पाक सेना ने दिखाई दरिंदगी, खून के निशान हैं गवाह

भारत ने मांग की है कि पाकिस्तान इन सबूतों के आधार पर इस हमले में शामिल अपने सैनिकों या उन्हें मदद करने वालों की पहचान करें और उन्हें सजा दे।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Thu, 04 May 2017 12:18 AM (IST)Updated: Thu, 04 May 2017 06:23 AM (IST)
आतंकियों के साथ मिलकर पाक सेना ने दिखाई दरिंदगी, खून के निशान हैं गवाह

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। नायब सूबेदार परमजीत सिंह और हेड कांस्टेबल प्रेम सागर की नृशंस हत्या से पाकिस्तानी सेना भले ही इन्कार कर रही है, लेकिन भारत के पास पक्के साक्ष्य हैं कि उन्होंने साजिश के तहत इसे अंजाम दिया है। इन साक्ष्यों को विदेश सचिव एस जयशंकर ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित के सामने रखा। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को बासित को बुलाकर सैनिकों की हत्या और शवों के साथ छेड़छाड़ पर भारत के गुस्से से अवगत कराया।

loksabha election banner

भारत ने मांग की है कि पाकिस्तान इन सुबूतों के आधार पर इस हमले में शामिल अपने सैनिकों और उनके मददगारों को सजा दे। भारत का मानना है कि पाक सेना ने आतंकियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है। हालांकि, पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने इस आरोप से इन्कार किया है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने बताया कि पाकिस्तानी उच्चायुक्त को बताया गया है कि यह घटना मानवता के सारे मानदंडों के खिलाफ है। साथ ही भारत इसे उकसावे की एक बड़ी घटना मान रहा है।

यह पूछे जाने पर कि भारत की तरफ से क्या सुबूत दिए गए हैं, तो बागले ने कहा, 'घटनास्थल पर खून के निशान और खून के पाक के हिस्से वाले नियंत्रण रेखा की तरफ जाना एक अहम सुबूत है। साथ ही जब घटना हुई उस समय पाक अधिकृत कश्मीर की तरफ से बड़े पैमाने पर गोलीबारी की गई है, ताकि भारतीय सैनिकों के अंग भंग करने आने वालों को कवर दिया जा सके।'

शरीफ सरकार दरकिनार

यह भी साफ है कि पाक सेना ने शरीफ सरकार को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया है। इसलिए अभी तक पूरे मामले में शरीफ सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है। इसके अलावा इस घटना से भारतीय सुरक्षा तंत्र की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। सुरक्षा तंत्र की चिंता बढ़ने की असली वजह यह है कि पाक सेना और आतंकियों का नापाक गठजोड़ अब ज्यादा खूंखार हो रहा है। भारतीय सैनिकों की हत्या में पाक सेना के शीर्ष स्तर के अधिकारियों का भी हाथ है।

सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बदला पैंतरा

--पिछले साल 29 सितंबर को भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना की रणनीति बदली हुई लगती है।

--अब उसने ज्यादा पोस्ट बनाने के साथ ही खूंखार आतंकियों को भी सीधे तौर पर अपने साथ जोड़ लिया है।

--सर्जिकल स्ट्राइक में 10 पाक सैनिक मारे गए थे। उसके बाद ही भारतीय सैनिकों पर कायराना हमले की नीति बनाई गई है।

बाहरी खून के निशान मिले

--विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि भारत ने पूरी तैयारी के बाद ही पाक पर आरोप लगाया है

--भारत ने घटनास्थल पर मिले खून का मिलान पेट्रोलिंग में तैनात सभी भारतीय सैनिकों के खून से की है।

--इसमें कुछ बाहरी खून के नमूने मिले हैं। ये नमूने पाकिस्तान से आए हमलावरों के हो सकते हैं।

--भारत पाकिस्तान से इन नमूनों के आधार पर हमले में शामिल दोषियों का पता लगाने को कह रहा है।

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: आतंकियों द्वारा बैंक लूटे जाने के पीछे ये है बड़ी वजह


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.