दलितों के प्रवेश से मंदिर के देवता हैं परेशान, 9 दिन तक चलेगा 'शुद्धिकरण अनुष्ठान'
दलितों के प्रवेश से अशुद्ध हुए उत्तराखंड के मंदिर की शुद्धिकरण के लिए मंदिर समिति के अधिकारियों के अनुसार 9 दिन लंबा अनुष्ठान करना होगा।
देहरादून। जौनसर बावर स्थित पोखरी गांव के सिल्गुर मंदिर में दलितों के साथ राज्य सभा सांसद तरुण विजय के प्रवेश पर गुस्सायी भीड़ ने पत्थरों से हमला किया था। अब मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, दलितों द्वारा मंदिर के प्रांगण को अशुद्ध कर दिए जाने के बाद 9 दिन लंबा ‘शुद्धिकरण अनुष्ठान’ होता है।
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मंदिर समिति के एक अधिकारी ने कहा, ’36 साल के अंतराल के बाद सिल्गुर देवता की देव डोली को हमारे गांव में लाया गया था जो अशुद्ध हो गई है। देवता परेशान है। अब देवताओं को खुश करने के लिए हमें नौ दिवसीय शुद्धि अनुष्ठान से गुजरना होगा’, मंदिर समिति के एक अधिकारी ने कहा। इस बीच, क्षेत्र के अधिकांश दलित अपना घर छोड़ पलायन कर रहे हैं। इन्हें ऊंची जाति के सदस्यों से डर है।
रविवार को दून अस्पताल में भर्ती अपने नेता दौलत कुंवर के पास करीब 100 ग्रामीण पहुंचे और कहा कि वे अपने क्षेत्रों में तब तक नहीं लौटेंगे जब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती है।
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इस बीच रेवेन्यू पुलिस की ज्वाइंट टीम और रेग्युलर पुलिस ने छापेमारी की और तरुण विजय व दलितों के समूह के ग्रुप पर हमला करने वालों में से एक को गिरफ्तार किया।