समय पर नहीं मिलता 79 प्रतिशत लोगों को पासपोर्ट
पासपोर्ट बनाने का काम आउटसोर्स कर देने के बावजूद स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं आया है। कैग रिपोर्ट बताती है कि 79 प्रतिशत लोगों को पासपोर्ट निर्धारित समय पर नहीं मिल रहा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पासपोर्ट बनाने का काम आउटसोर्स कर देने के बावजूद स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं आया है। कैग रिपोर्ट बताती है कि 79 प्रतिशत लोगों को पासपोर्ट निर्धारित समय पर नहीं मिल रहा। यही नहीं पुलिस वेरिफिकेशन में भी निर्धारित समय सीमा से दोगुना समय लगता है।
कैग ने विदेश मंत्रालय की पासपोर्ट सेवा परियोजना की अपनी ऑडिट रिपोर्ट शुक्रवार को लोकसभा को सौंपी। इसके अनुसार सिर्फ 21 प्रतिशत लोगों को ही अपना पासपोर्ट समय पर मिल पाता है। 2013 में पासपोर्ट बनवाने में जहां नौ दिन लगते थे, वहीं 2014 में पासपोर्ट बनवाने में 16 दिन का समय लगा। देश के दूसरे शहरों की बात तो छोड़ दें राजधानी दिल्ली में ही पासपोर्ट हासिल करने में 52 दिन लगते हैं। कैग ने यह निष्कर्ष पासपोर्ट सेवा का प्रबंधन करने वाली टीसीएस के आंकड़ों का विश्लेषण करके निकाला है।
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कैग रिपोर्ट के मुताबिक, पासपोर्ट के लिए पुलिस वेरीफिकेशन में 2014 में औसतन 42 दिन का वक्त लगा जबकि यह काम 21 दिन में होना चाहिए। रिपोर्ट मंे कहा गया है कि अगस्त 2015 तक जितने मामलों में पुलिस वेरीफिकेशन लंबित था उनमें से 48 प्रतिशत मामले ऐसे थे जो वेरीफिकेशन की निर्धारित 21 दिन की अवधि पार कर चुके थे। सात राज्यों में पुलिस वेरीफिकेशन के मामले 100 दिन से अधिक समय से लंबित पड़े थे। कुछ क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ऐसे भी थे, जहां पासपोर्ट की छपाई के लिए तीन से आठ दिन का इंतजार था।