झारखंड व बिहार में आइएम के 186 सदस्य
झारखंड और बिहार में इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के एक सौ छियासी सदस्य हैं, जो अपने आका के एक इशारे पर कोहराम मचाने को तैयार रहते हैं। उनको इसी काम के लिए आइएम द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) ने झारखंड पुलिस को यह सूचना दी है। प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी की सूचना पर मंथन शुरू कर दिया गया है।
रांची, जागरण ब्यूरो। झारखंड और बिहार में इंडियन मुजाहिदीन के एक सौ छियासी सदस्य हैं, जो अपने आका के एक इशारे पर कोहराम मचाने को तैयार रहते हैं। उनको इसी काम के लिए आइएम द्वारा प्रशिक्षित किया गया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) ने झारखंड पुलिस को यह सूचना दी है। प्रदेश के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी की सूचना पर मंथन शुरू कर दिया गया है। परेशानी यह है कि एजेंसी की ओर से संदिग्धों की पहचान और पते का जिक्र नहीं किया गया है। इसलिए स्थानीय स्तर पर संदिग्धों की पहचान करना कठिन हो गया है। इसी सूचना पर प्रदेश के खुफिया तंत्र को अलर्ट कर गंभीरता पूर्वक कार्य करने को कहा गया है।
बुधवार को राज्य पुलिस की विशेष शाखा के अधिकारियों की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई। निष्कर्ष निकला कि किसी संदिग्ध व्यक्ति के गिरफ्त में आने पर उसके द्वारा दी जाने वाली जानकारियों के आधार पर अन्य संदिग्धों को पकड़ा जाएगा। इसके लिए विशेष शाखा के अधिकारी एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के अधिकारियों से संपर्क में रहेंगे।
नोमान के घर छापेमारी
बुधवार को एनआइए ने एक बार फिर रांची पुलिस की मदद से धुर्वा थाने के सिठिओ गांव में छापेमारी की। पुलिस के साथ एनआइए की टीम अपराह्न तीन बजे सिठिओ गांव पहुंची और वहां पटना ब्लास्ट के आरोपी नोमान के घर की तलाशी शुरू की। छापेमारी के दौरान ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई। छापेमारी जारी है। एनआइए ने पूछताछ के लिए रामगढ़ से संदिग्ध अपराधी शमशेर आलम को पकड़ा है। पूछताछ के बाद उसे रांची स्थित कोर्ट में पेश किया जाना था लेकिन शाम चार बजे तक उसे कोर्ट परिसर नहीं लाया जा सका था।
बम खोजने में जुटीं एजेंसियां
रांची। रांची से गिरफ्तार आइएम के संदिग्ध आतंकी उजैर द्वारा दिल्ली में किए गए खुलासे के बाद एनआइए और झारखंड पुलिस 215 बमों की तलाश में जुट गई है। एनआइए की टीम को झारखंड पुलिस की ओर से एक बम निरोधक दस्ता उपलब्ध कराया गया है। यह दस्ता बम तलाशने के दौरान एनआइए के अधिकारियों के निर्देश पर काम करेगा। बुधवार को विशेष शाखा के एडीजी रेजी डुंगडुंग के साथ एनआइए अधिकारियों की हुई लंबी बैठक में बम तलाशी को ले रणनीति बनाई गई। बैठक में रांची पुलिस के भी आला अफसर मौजूद थे।
बैठक में हुए निर्णय
-विस्फोटक कारोबारियों के स्टॉक की जांच की जाएगी। उनसे पता किया जाएगा कि किसको किस काम के लिए कितना विस्फोटक दिया गया। इस सूचना के आधार पर संबंधित लोगों की पुलिस जांच करेगी।
-सभी जिलों में घड़ी के थोक विक्रेताओं से भी लोटस कंपनी की घड़ियों के बारे में दरियाफ्त की जाएगी।
-सभी थानों की पुलिस को यह पता करना है कि कौन नया चेहरा उसके क्षेत्र में रह रहा है। उसकी गतिविधि क्या है, वह कहां से आया है और वह किन लोगों से मिलता-जुलता है। किसी की संदिग्ध गतिविधि का पता चलने पर उसकी पूरी दरियाफ्त करने को भी कहा गया है।
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